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यूपी /अयोध्या रामलला के दरबार पहुंचा राष्ट्रमंडल दल का डेलिगेशन

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यूपी /अयोध्या रामलला के दरबार पहुंचा राष्ट्रमंडल दल का डेलिगेशन

-राष्ट्रमंडल दल के 45 सदस्यीय डेलिगेशन अयोध्या दौरे पर

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-अयोध्या में प्रशासन की व्यवस्था पर नाराज दिखे असम के स्पीकर

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-अयोध्या में रामलला का बने भव्य मंदिर देशवाशियों की यही इच्छा : स्पीकर कर्नाटक विशेश्वर हेगड़े।

रिपोर्ट मनोज तिवारी 

राष्ट्रमंडल दल के सदस्यों का एक प्रतिनिधिमंडल अयोध्या पहुंचा 45 सदस्यों वाले इस दल में भारत के अलग-अलग राज्यों के राजनीतिक प्रतिनिधि शामिल है शनिवार को अयोध्या पहुंचे इस दल ने कनक भवन हनुमानगढ़ी और राम जन्मभूमि के दर्शन किए दर्शन के दौरान लोग भक्ति भाव से ओतप्रोत होकर कनक भवन मंदिर में भगवान श्री राम की तस्वीरें खींचते उनके साथ सेल्फी लेते दिखाई दिए। जिसके बाद राम की पैड़ी, तुलसी स्मारक भवन का भ्रमण कर भगवान श्री राम के जीवन काल से जुड़ेे प्रसंगों पर आधारित दृश्यों का अवलोकन किया वही सरयू तट पर आरती कर लखनऊ रवाना हुए। इस प्रतिनिधिमंडल में ऑस्ट्रेलिया व मलेशिया के साथ भारत के गुजरात, महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु, असम, सिक्किम, मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों के विधानसभा स्पीकर और प्रतिष्ठित राजनीतिक शामिल रहे।
कनक भवन का दर्शन करने के बाद भाव विभोर हुए उड़ीसा के डिप्टी स्पीकर रंजनीकांत सिंह ने कहा कि लखनऊ में आयोजित राष्ट्रमंडल की बैठक समाप्त होने के बाद आज अयोध्या भ्रमण के लिए आये हुए हैं। उन्होंने कहा कि पहले की अपेक्षा आज अयोध्या में बहुत ही बदलाव रहा है पहले इतना चौड़ा सड़क नही हुआ करता था तो आज है। वही बताया कि जहां पर भगवान का नाम व पता है वही सबका माथा भी झुक जाता है। और अयोध्या भगवान का स्थान है और हर कोई चाहेगा कि इस स्थान पर बार-बार आए।
वहीं कर्नाटक के स्पीकर विशेश्वर हेगड़े ने कहा कि सभी भारतीयों के लिए अयोध्या राम मंदिर का जन्मस्थल बहुत पवित्र स्थल है हम सभी श्रद्धा भक्ति से इस स्थल पर आये है। यहां पर देखकर बहुत प्रसन्नता हुई और श्रद्धा भाव भक्ति से हमने नमन किया है । राम मंदिर का भव्य निर्माण होना ऐसा सारे देश के लोगो की इच्छा है इसमें हमको विश्वास भी है।
राज्य अतिथि का दर्जा प्राप्त राष्ट्रमंडल के डेलिगेशन के सदस्य असम के स्पीकर हितेंद्र नाथ गोश्वामी अयोध्या में प्रशासन की व्यवस्था पर नाराज दिखे । अयोध्या के सरयू तट स्थित यात्री निवास पहुंचते ही कहा कि आज से पहले 1985 में अयोध्या आये थे उस समय अच्छे गेस्ट हाउस थे। और आज यह किस प्रकार की जगह है।

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