यूपी/ अयोध्या-70 वर्ष में पहली बार नववर्ष पर रामलला को अर्पित किया गया छप्पन भोग, उत्सव के साथ मनाया गया नववर्ष
यूपी/ अयोध्या-70 वर्ष में पहली बार नववर्ष पर रामलला को अर्पित किया गया छप्पन भोग, उत्सव के साथ मनाया गया नववर्ष
रिपोर्ट मनोज तिवारी अयोध्या
रामलला के पक्ष में फैसला आने के बाद राम मंदिर का इंतजार समाप्त हो चुका है। राम जन्मभूमि पर विराजमान रामलला आज 70 वर्षों के बाद विवाद से आजाद हुए है जिसको लेकर नव वर्ष पर पहली बार रामलला नए वस्त्र पहनाए जाने के साथ छप्पन प्रकार के व्यंजनों से भोग लगाया गया। जिसका प्रसाद परिसर में लगे अधिकारी व सुरक्षा के जवानों में भी बांटा गया। इसके साथ ही सभी को नववर्ष की शुभकामनाएं भी दी गईं।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राम मंदिर निर्माण को लेकर जनवरी के आखिरी सप्ताह तक ट्रस्ट गठन कर राम जन्मभूमि परिसर में मंदिर निर्माण का कार्य शुरू होगा। वहीं इस फैसले के बाद पड़ने वाले नव वर्ष पर लाखों श्रद्धालु रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या पहुंचे जहां सरयू स्नान कर हनुमानगढ़ी, कनक भवन के साथ रामलला का दर्शन पूजन किया। वहीं नव वर्ष के पहले दिन रामजन्मभूमि में परिसर में रामलला को जलाभिषेक के बाद नए वस्त्र पहनाए गए और दोपहर 12:00 बजे मीठा, फल आदि के साथ छप्पन प्रकार के व्यंजनों का भोग अर्पित किया गया।
रामजन्मभूमि पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि नवंबर माह में रामलला के पक्ष में आया। फैसला और नववर्ष के प्रारंभ से आज अयोध्या में उत्सव का माहौल है और अब रामजन्मभूमि में भगवान रामलला का भव्य मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। इसी कारण आज भक्तों की कामना से रामलला को 56 प्रकार के व्यञ्जनों से भोग लगाया गया है क्योंकि भगवान रामलला 70 वर्षों के बाद इस विवाद से आजाद हुए हैं।
वहीं बताया कि वैसे तो वर्ष के रामनवमीं व अन्नकूट के मौके पर रामलला को छप्पन भोग लगाया जाता रहा है लेकिन आज नया वर्ष प्रारंभ में मंदिर निर्माण का कार्य शुरू होना है जिसके कारण आज रामलला को विशेष किया गया, जिसमें नए वस्त्रों का धारण कराकर छप्पन भोग प्रसाद चढ़ाया गया और रामलला के इस प्रसाद को उनकी सुरक्षा में लगे अधिकारी व जवानों में भी बांटा गया।