सुलतानपुर-गिर रहे जल स्तर को लेकर जिलाधिकारी ने की सभी अधिकारियों के साथ बैठक,जल ग्राम तिरहुत की तरह विकसित करने का दिया निर्देश,
*भू-गर्भ जल के गिरते स्तर को बचाना भविष्य के लिये जरूरी-जिलाधिकारी।*
पानी के बर्बादी के रोकने के सम्बन्ध में प्रकाश डाला गया।
प्रत्येक विकास खण्ड में एक-एक गाॅव को जल ग्राम के रूप में चयनित कर विकास खण्ड बल्दीराय के जल ग्राम तिरहुत की तरह विकसित किया जाये
सुलतानपुर 05 मार्च/जिलाधिकारी सी0 इन्दुमती की अध्यक्षता में आज जिला भू-गर्भ जल प्रबन्धन एवं विनियमन अधिनियम 2019 के संदर्भ में जिला भू-गर्भ जल प्रबन्धन परिसर के सभी सदस्यों के साथ कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक आहूत की गयी, जिसमें जिला विकास अधिकारी सदस्य सचिव द्वारा ग्राम स्तरीय, खण्ड स्तरीय समितियों के गठन हेतु चर्चा की गयी एवं पानी के बर्बादी के रोकने के सम्बन्ध में प्रकाश डाला गया।
जिलाधिकारी ने समस्त खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रत्येक विकास खण्ड में एक-एक गाॅव को जल ग्राम के रूप में चयनित कर विकास खण्ड बल्दीराय के जल ग्राम तिरहुत की तरह विकसित किया जाये। उन्होंने सभी खण्ड विकास अधिकारियों को मार्च, 2020 के अन्त तक स्वयं अपने-अपने विकास खण्डों में भ्रमण कर तालाबों के जीर्णोद्धार का कार्य करायें जाने का निर्देश दिया। उन्होंने समस्त खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि Mission Thousand के अन्तर्गत सभी विकास खण्डों के प्रत्येक गाॅव में एक-एक तालाब मनरेगा के अन्तर्गत खुदवायें और तालाब के चारों तरफ वृक्षारोपण का कार्य भी करवाया जाये। उन्होंने अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका को निर्देशित किया कि ग्रे वाटर, साफ-सफाई एवं सुलतानपुर में 03 नालों से गोमती नदी में जाने वाले ग्रे वाटर के ट्रीटमेन्ट एवं साफ-सफाई हेतु प्रभावी कार्यवाही करने के साथ ही साथ शहर में घूम रहे आवारा पशुओं को कांजी हाउस में कैटिल कैचर के माध्यम से पकड़ कर संरक्षित करने हेतु कड़े निर्देश दिये। उन्होंने अधिशाषी अधिकारी को यह भी निर्देश दिया कि नगर में अवैधानिक ढंग से निष्कर्षण करने वाले समर सेबल के माध्यम से मानक के विपरीत जल दोहन करने वालों की सूची बनायी जाये तथा अंधा धुन्ध जल निष्कर्षण करने वाली संस्थाओं को चिन्हित कर वैधानिक कार्यवाही की जाये।
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जिलाधिकारी ने जिला कृषि अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी व समस्त खण्ड विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि कृषि कार्य हेतु 83 प्रतिशत जल के प्रयोग को रोकने हेतु स्प्रिंकलर सिंचाई/ड्रीप इरीगेशन व्यवस्था अपनायी जाने का सुझाव किसानों को दिया जाये। बैठक में उपस्थित आई0डब्ल्यू0एम0पी0/अधि0अभि0 जल निगम/प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों को अनुपस्थिति पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए इन अधिकारियों के खिलाफ पत्र लिखने हेतु जिला विकास अधिकारी को निर्देशित किया। गैर सरकारी संगठन के रूप में अंकुरण फाउण्डेशन के संरक्षक डाॅ0 सुधाकर सिंह के द्वारा जल की महत्ता एवं उसे बचाने हेतु प्रेरणादायी वक्तब्य व सुझाव दिया गया।
इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी डाॅ0 डी0आर0 विश्वकर्मा, डीसी मनरेगा विनय कुमार, डीपीओ प्रोबेशन अशोक कुमार, जिला उद्यान अधिकारी, जिला कृषि अधिकारी, सहायक प्रोफेसर सिविल अभियंत्रण हरेन्द्र गुप्ता, क्षेत्रीय वन अधिकारी, सहायक अभियन्ता लघु सिंचाई, सहायक अभियन्ता जल निगम, अवर अभियन्ता लघु सिंचाई, समस्त खण्ड विकास अधिकारी सहित सभी सम्बन्धित अधिकारी आदि उपस्थित रहे।
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जिला सूचना कार्यालय सुलतानपुर द्वारा जनहित में प्रसारित।