सुलतानपुर-SFI ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर हसनपुर में सभा का किया आयोजन
सुलतानपुर-SFI ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर हसनपुर में सभा का किया आयोजन
सुलतानपुर- छात्र संगठन एस एफ आई ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर हसनपुर (सुल्तानपुर) इकाई ने एक सभा का आयोजन किया । सभा की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष सैफ़ हामिद अली खान ने किया और संचालन जिला मंत्री सौरभ मिश्र ने किया ।
प्रथम वक्ता के रूप में अपनी बात रखते हुए प्रतिमा धुरिया ने कहा कि अब से एक शताब्दी से ज्यादा समय पहले हमारी पुरखिनों ने अपनी चुप्पी और बेड़ियां तोड़ते हुए कहा था कि हमें भी एक इंसान की तरह जीने का हक़ चाहिए । अमेरिका की 15 हज़ार दर्जिनों ने सड़क पर उतर कर आवाज बुलंद की कि काम केघंटे कम करो , मज़दूरी बढ़ाओ.. फिर तो यह सिलसिला रुका नहीं और दुनिया भर से औरतों ने आवाज उठाई कि वोट का अधिकार दो .. जो भी हम औरतों को मिला लड़ कर मिला और आज भी लड़ाई जारी है .. पर सावधान ! बाजार की ताक़तें हमारे संघर्ष के प्रतीक दिवस को भी हथियाने बैठी हैं .. गिफ्टहैम्पर या साड़ियों की सेल या फैशनपरेड बना कर औरतों को उपभोक्ता बनाने में लगी हैं पर यह अपने ऊपर या तमाम औरतों और समाज के खिलाफ हो रहे दमन और अन्याय से लड़ने का और आगे भी लड़ाई जारी रखने का दिन है ।
आज देश में हमारी बहनें संविधान और लोकतंत्र बचाने की लड़ाई लड़ रही हैं । सर्दी, बारिश आंधी तूफान को झेलती हुई वे दिन रात सड़कों पर आवाज बुलंद कर रहीं हैं । हम घर पर बैठ कर महिला दिवस नहीं मना सकते । घरों से निकलिए अपने लिए देश के लिए संविधान के लिए ..
इसी क्रम में अपनी बात रखते हुए जिला अध्यक्ष सैफ़ खान और जिला सचिव सौरभ मिश्र ने कहा कि हमारा संगठन हमेशा से छात्राओं की सुरक्षा की मांग को कॉलेज परिसर से लेकर जिला अधिकारी तक इस लड़ाई को लड़ा है और हमारी मांग रही है कि जहाँ भी छात्राऐं पढ़ती हैं या महिलाएँ काम करती है वहाँ पर GSCASH का गठन किया जाय और उन्हें मुफ़्त में सैनेटरी नेपकिन की व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाय ।
संगठन के राज्य कमेटी के सदस्य राजीव तिवारी ने कहा कि हमारी प्रदेश सरकार ने सरकार में आते ही ये एलान किया था कि छात्राओं की उच्च शिक्षा को मुफ़्त कर दिया जायेगा लेकिन ऐसा कुछ हुआ नही बल्कि मौजदा सरकार ने छात्रवृत्ति के बजट में कटौती कर और सेमेस्टर प्रणाली को लागू कर उच्च शिक्षा से छात्र और छात्राओं दोनों को बहुत दूर कर दिया । सेमेस्टर प्रणाली लागू होते ही शिक्षा में बेतहासा वृद्धि होगी और ज्यादातर छात्राऐं जो किसी तरह से अपनी पढ़ाई कर रही थी सबसे पहले उनकी पढ़ाई रुक जायेगी ।ऐसे में इस महिला दिवस पर हम छात्र संगठन एस एफ आइ के लोग महिला सुरक्षा की मांग ,लोकतंत्र और संबिधान की रक्षा और सेमेस्टर प्रणाली का विरोध करने की शपथ लेते हैं ।
कार्यक्रम में नंदिता, प्रीति, पूजा, लक्ष्मी, मिथलेश कुमारी, साधना , शिवकुमारी, रोली, वंदना, रीता, खुशबू, गीता, गंगा,शोभा कुमारी, ललिता, सोनी, नेहा,मनीषा,पार्वती, गंगोत्री आदि लोग मौजूद रहे ।