अमेठी-रणवीर रणंजय महाविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस में संगोष्ठी का आयोजन
चंदन दुबे की रिपोर्ट
रणवीर रणंजय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अमेठी के मालवीय सभागर में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर समाजशास्त्र विभाग द्वारा आयोजित संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ0 त्रिवेणी सिंह ने कहा लोगों की सोच में बदलाव आज की जरूरत है सोच के साथ ही महिलाओं को स्वयं में हिम्मत विकसित करनी होगी तभी समाज के साथ राष्ट्र विकसित होगा और महिलाऐं सशक्त होंगी।हमने अपनी संस्कृति को छोड़कर पश्चिमी संस्कृति के चमक दमक को अपनाया जिससे हमारा सामाजिक ताना बाना प्रभावित हुआ।
स्वागत करते हुए समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष डाॅ0 धनंजय सिंह ने कहा कि आज जेण्डर गैप वैश्विक समस्या बनी हुयी है एक रिपोर्ट के अनुसार 2168 ई0 में विश्व से जेण्डर गैप समाप्त होेगा।महिलाओं के प्रति हिंसा ने जेण्डर गैप को बढावा दिया है।मुख्य अतिथि डाॅ0 लाजो पाण्डेय ने कहा आज महिलाओं की स्थिति में काफी बदलाव आया है शिक्षा द्वारा वैश्विक सोच को विकसित कर महिला हिंसा को रोका जा सकता है।महिलाऐं घर के साथ ही अपने कार्य स्थल पर दोहरी भूमिका निर्वहन करती हैं।उन्हे सकारात्मक सोच द्वारा कार्य कर अपनी स्थिति को सशक्त बनाना होगा। विशिष्ठ अतिथि डाॅ0 अर्जुन पाण्डेय ने कहा वैदिक काल से आज तक भारत में नारी की पूजा होती रही है नारी को केवल पर्दे की वस्तु समझना अनुचित है उन्हे सम्मान के साथ ही अधिकार भी देना होगा।डाॅ0 सन्तोष कुमार सिंह ने कहा महिलाओं को स्वयं में इतना सशक्त होना होगा कि वे समाज में अपनी पहचान बना सकें।डाॅ0 ओम प्रकाश त्रिपाठी ने कहा महिलाऐं आज वैश्विक समाज में तभी प्रतिस्पर्धा कर सकती है जब वे अपने अधिकारों के द्वारा समाज में अपनी भूमिका स्थापित कर सकें।डाॅ0 दिलीप कुमार सिंह ने कहा महिलाओं को शिक्षित एवं आत्मनिर्भर बनाकर महिला सशक्तिकरण लाया जा सकता है।
कार्यक्रम में डाॅ0 सुधा शुक्ला, डाॅ0 दुष्यन्त प्रताप सिंह, नम्रता सिंह,अमिता यादव, रागिनी, सुमित कुमार,रवि कुमार ने भी अपने विचार व्यक्त किया, कार्यक्रम का संचालन अभिजीत कुमार त्रिपाठी ने किया।