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सुलतानपुर- सांसद मेनका गांधी ने गर्भवती हथिनी को मारे जाने पर आक्रोश, दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की की मांग

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सुलतानपुर। पशु व पर्यावरण प्रेमी सांसद मेनका संजय गांधी ने केरल के मलप्पुरम में गर्भवती हथिनी को मारे जाने पर आक्रोश प्रकट किया है और जिम्मेदारों व दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है।उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से भी आग्रह किया है कि उनके समक्ष देश के सारे एनजीओ ने सात साल पहले एक केस दाखिल किया था कि हाथियों को मंदिर व प्राइवेट आनरसिप से निकाला जाये,उस पर सुप्रीम कोर्ट को सुनवाई कर तत्काल रूलिंग देनी चाहिए । मेनका संजय गांधी ने कहा राहुल गांधी को बजाय पूरे देश को ठीक करने से पहले, केरल के अपने क्षेत्र को ठीक करना चाहिए ।

सांसद मीडिया प्रभारी विजय सिंह रघुवंशी ने जानकारी देते हुए बताया कि पशु अधिकारों पर काम करने के लिए मशहूर भाजपा सांसद मेनका गांधी गर्भवती हथिनी की निर्मम हत्या से आहत व दुःखी है। उन्होंने दिल्ली में कहा कि केरल में एक साल में 600 हाथी तथा हर तीसरे दिन एक हाथी को मारा जाता है। उन्होंने कहा कि केरल का खासकर मलप्पुरम जिला जानवरों ही नहीं, इंसानों पर बर्बरता की घटनाओं के लिए पूरे देश में कुख्यात है। वहा पर जहर फेककर हजारों जानवरों को मार देते है। चिड़ियों व कुत्तों को भी मार देते है। केरल की सरकार उनसे डरती है और आश्रय देती हैं।उन्होंने कहा केरल में एक चीज मशहूर है आप कुछ भी मारों केरल की सरकार तिनका भर का काम नहीं करती।

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मेनका ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि राहुल गांधी उसी इलाके से सांसद हैं, उन्होंने कोई कार्रवाई क्यों नहीं की। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को बजाय पूरे देश को ठीक करने से पहले अपने क्षेत्र को ठीक करना चाहिए। राहुल गांधी को पहले तो सारे जिम्मेदार अफसर का बदलाव व सस्पेंशन कराना चाहिए। दूसरा वहा टास्क फोर्स भेजकर पता कराना चाहिए कि किस दरिंदे ने हथिनी की हत्या की है।तीसरा उनको केरल सरकार से कहकर एक कानून पास कराना चाहिए कि कोई भी प्राइवेट आनरसिप नही होगी।चौथा रेस्क्यू सेंटर बनाकर पीड़ित जानवरों को वहा भेजे।

सांसद मेनका ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की गलती है।सुप्रीम कोर्ट के समक्ष देश के सारे एनजीओ ने सात साल पहले एक केस दाखिल किया था वह पड़ा है जिसमें कहा गया है कि हाथियों को मंदिर व प्राइवेट आनरसिप से निकाला जाये , उस पर सुप्रीम कोर्ट को सुनवाई कर तत्काल रूलिंग देनी चाहिए कि यह शैड्यूल- 1 का जानवर है जिसका कोई व्यक्तिगत मालिक नही हो सकता। आज देश में 20 हजार से कम हाथी रह गये है। जिसमें से सिर्फ 800 मेल बचे हैं। खाली 800 मेल का मतलब है कि थोड़े दिनों के बाद यह प्रजाति शेर की तरह खत्म हो जायेगी। अगर यह प्रजाति खत्म हो गयी तो कम से कम 300 किस्म के पेड़ भी खत्म हो जायेंगे।

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