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KD NEWS-नवागत CDO अतुल वत्स के फरमान से मचा हड़कंप,स्वच्छ्ता एवं सैनेटिजेसन कार्य की फ़ोटो दोपहर 12 बजे से पूर्व कराए उपलब्ध,

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@सुलतानपुर-सैकड़ों की संख्या में सफाई कर्मियों ने ब्लॉक व विकास भवन महकमे में कराया है अटैच

ग्राम सभाओं में कभी साफ सफाई के लिए नहीं जाते सफाई कर्मी

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अस्थाई कर्मचारियों से कराते हैं काम

ग्राम प्रधानों की सेटिंग कर लेते हैं 20 हजार के पार की तनख्वाह

सुल्तानपुर :- नवागत सीडीओ अतुल वत्स ने जिले में फैली मुफ्तखोरी की महामारी को दूर करने के लिए बड़ा फरमान सुनाया है । पूर्व बसपा सरकार में तैनात किए गए सफाई कर्मचारियों को ग्राम सभा स्थल पर साफ सफाई के लिए सरकार द्वारा पद सृजित कर नियुक्तियां की गई थी । सरकारी नौकरी की चाह रखने वाले सैकड़ों लोगों ने फार्म भरकर नौकरियां प्राप्त कर ली थी लेकिन सफाई जैसा कार्य करने में उन्हें शर्म महसूस होती रही । सफाई कर्मियों ने अपने ग्राम सभाओं के प्रधानों को हम वारकर सेटिंग गेटिंग करते हुए ब्लॉक को व जिला मुख्यालयों पर किसी न किसी विभाग में अपने आपको अटैच कर लिया । ग्रामीणों की शिकायतों पर भी यह अपने आपको आप इसमें अटैच बाबू बताते हुए कभी सफाई कार्य करने अपने क्षेत्र में नहीं गए । बीते 10 सालों में जहां इनकी तनख्वाह पच्चीस हजार के लगभग हो गई है वही आज भी इन्हें सफाई कार्य किसी भी हालत में पसंद नहीं । सूत्रों की माने तो विकास भवन महकमे में ही दो दर्जन से अधिक सफाई कर्मी सूट बूट पहने दिखाई दे जाएंगे जिन्हें देखकर आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते कि आप कभी अपनी नौकरी के दौरान अपने ग्राम क्षेत्र में जाकर सफाई का कार्य किए होंगे । देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने स्वच्छता को आंदोलन बनाते हुए खुद अपने हाथ से सफाई कर देश की जनता के सामने उदाहरण प्रस्तुत किया था ऐसे में सफाई जैसे कार्य को घटिया समझने वाले सफाई कर्मियों की बड़ी फेहरिस्त है लेकिन तनखा उठाने के मामले में यह अव्वल है । दर्जनों सफाई कर्मी ऐसे हैं जो नौकरी के साथ-साथ प्रॉपर्टी डीलिंग का भी बड़ा काम कर रहे हैं । नवागत मुख्य विकास अधिकारी अतुल वत्स ने महकमे की इस गंभीर महामारी को समझा और दूर करने के प्रयास शुरू कर दिए । उन्होंने पत्र जारी कर सभी सफाई कर्मियों को अपने ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचकर सफाई करते हुए फोटो अपलोड करने का फरमान सुनाया है । सूत्र बताते है आज के युग में लगभग 90% सफाई कर्मियों के पास एंड्रॉयड फोन मौजूद है जिसको वह बखूबी चलाते हैं ऐसे में फोटो अपलोड का बहाना उनकी सफाई कार्य से घृणा और गंदी मानसिकता का प्रतीक समझा जा सकता है । देखना है सीडीओ महोदय सफाई कर्मियों से सफाई करा पाते हैं यह सफाई कर्मियों का कॉकस उन्हें झुकने पर मजबूर कर देता है । कोरोना जैसी महामारी के दौरान भी इन सफाई कर्मियों ने अपनी ग्राम सभाओं में ना तो सफाई का कार्य किया है ना ही सैनिटाइजर कराने पहुंचे हैं । जनप्रतिनिधि होने के कारण ग्राम प्रधानों ने ही इसका जिम्मा अपने कांधे ले रखा है ।
क्या है आदेश
सीडीओ के पत्र के अनुसार जिले के सभी सफाईकर्मी एंगिल कैम ऐप के माध्यम से साफ सफाई स्वच्छ्ता एवं सैनेटिजेसन कार्य की फ़ोटो एवं एक्सेल फॉमेट सूचना दोपहर 12 बजे से पूर्व उपलब्ध कराए ।

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