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यूपी/अमेठी-हार्ट के तीस प्रतिशत मरीजों में होती है किडनी की समस्या-डा0 मो0 अनीस
चंदन दुबे की रिपोर्ट
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29 सितम्बर 2020 को विश्व हृदय दिवस के मौके पर संयुक्त जिला चिकित्सालय गौरीगंज में कार्यरत फीजिशिएन डा0 मो0 अनीस ने बताया कि हार्ट और किडनी की बीमारी अक्सर एक साथ चलती हैं और जो भी मरीज इनमे से किसी एक से भी पीड़ित होता है वह कार्डियोरीनल सिंड्रोम (सीआरएस) से भी पीड़ित हो सकते है।सीआरएस एक अम्ब्रेला टर्म है- हार्ट और किडनी में डिसऑर्डर होने पर इसका इस्तेमाल किया जाता है।जिन मरीजों में क्रॉनिक हार्ट फेलियर हो चुका है और उन्हें किडनी की बीमारी भी है, तो ऐसे मरीजों की मृत्यु होने का सबसे ज्यादा खतरा होता है। और जिन मरीजों को क्रोनिक किडनी की बीमारी है अगर उनमे हार्ट की बीमारी होती है तो लगभग ऐसे आधे लोगों में मृत्यु का खतरा होता हैं।
डॉ मो0 अनीस ने बताया कि पूरे शरीर में एक साइड की किडनी का टोटल वेट 0.2 प्रतिशत होता है।किडनी शरीर में 20-22 प्रतिशत खून को साफ करती है।इसी वजह से किडनी और हार्ट के बीच में काफी सम्बन्ध नजर आता है।जब किडनी में समस्या होती है तो यह हार्ट को नुकसान पहुंचाती है और जब हार्ट में समस्या होती है तो यह किडनी को नुकसान पहुंचाती है। इसे कार्डियोरीनल सिंड्रोम कहते है।किडनी और हार्ट फेल दो तरह से होते है।जिन मरीजों में किडनी की समस्या है उनमे कार्डियोवस्कुलर समस्या की सम्भावना तीन गुना हो जाती है।ठीक इसी तरह जिन में हार्ट की बीमारी होती है उनमे किडनी की बीमारी होने की संभावना 30 प्रतिशत होती है।भारत में कार्डियोरीनल सिंड्रोम के बारे में व्यापक जागरूकता न होने के बावजूद यह लोगों में ज्यादा हो रहा है। डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर से किडनी और हार्ट की बीमारी होती है। अपना ब्लड प्रेशर 130/80 से कम रखें और अगर आपको डायबिटीज है तो अपने ब्लड में ग्लूकोज की मात्रा को कंट्रोल रखें।यह भी देखा गया है कि किडनी और हार्ट की बीमारियों के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाएं अक्सर एक दूसरे पर नकारात्मक प्रभाव डालती हैं। इसलिए यह बहुत जरूरी है कि आप बहुत नपी तुली खुराक लें ताकि आपकी बीमारी अन्य अंग को प्रभावित किए बिना ठीक हो जाए। किडनी की बीमारी और हार्ट की बीमारी के इलाज के लिए हेल्थी लाइफस्टाइल को मेंटेन रखना भी बहुत जरूरी होता है।उन्होने बताया कि हार्ट की रक्षा में मदद मिल सकती है। हफ्ते में लगभग हर दिन 30 मिनट या अधिक समय के लिए योग, एक्सरसाइज या वाक करे। फल ,सब्जियों, असंतृप्त वसा, अनाज, मछली और कम सोडियम वाले खाद्य पदार्थ,खाकर अपने हार्ट और गुर्दे को स्वस्थ रखें।