KDNEWS/SLN-6माह बाद विदेश से पहुँचा शव तो हो गया विवाद
इस कोरोनो काल मे एक हैरान करने वाला वाक्या सामने आया है जहां लगभग 6 माह से विदेश में ही फसे शव को लाने के लिए परिवार व सामाजिक कार्यकर्ता को कॉफ़ी जद्दोजहद करनी पड़ी हम बात कर रहे है सुलतानपुर जनपद के विकास क्षेत्र कूरेभार में स्थिति भरतीपुर गांव का जहां विदेश में अपना जीवन यापन कर रहे दिलावर का पार्थिव शरीर शुक्रवार को लाया गया।कोरोना काल के चलते मृतक का शव नही आ पा रहा था,जिसको लेकर सामाजिक संगठनों व विदेश मंत्रालय की मदत से करीब 4 माह बात मृतक का पार्थिव शरीर भरथीपुर पहुँचा तो गावँ में मातम फैल गया।बताते चले कि मोहम्मद दिलावर अपने पीछे तीन बेटे व एक बेटी को छोड़ गए वहीं पत्नी का रो रोकर बुरा हाल है।इतने दिनों तक पड़े रहे मृत्यु शरीर को देख कर वहाँ मौजूद लोगों के साथ साथ आम जनमानस को झकझोर कर रख दिया।इस पूरे मामले पर जानकारी देते हुए सामाजिक कार्यकर्ता अब्दुल हक ने बताया
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6माह से मां की आंखे अपने लाल को देखने के लिए तरस गई थी लेकिन जब वही शव को अंतिम संस्कार देने को लेकर दो समुदायों में बहस हो गई मामला इतना तूल पकड़ गया कि घटनास्थल का जायजा लेने एसडीएम सीओ दलवीर सिंह थाना प्रभारी शिवाकांत त्रिपाठी चौकी प्रभारी प्रवीण मिश्रा अपने दल बल के साथ मौके पर पहुंचकर मामले को शांत कराया एसडीएम के समझाने पर परिजन दूसरे जगह शव का अंतिम संस्कार करने के लिए राजी हुए।
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कूरेभार ब्लॉक के भरथीपुर गाँव के रहने वाले दिलावर का पार्थिव शरीर लगभग 4 महीने बाद शुक्रवार की सुबह 3:30 बजे उनके निजी निवास पर पहुंचा।तो परिजन मृतक के शरीर का अंतिम संस्कार करने में जुटे है। बताते चले कि मोहम्मद दिलावर उम्र लगभग 38 वर्ष पुत्र स्व0 जान मोहम्मद का इकलौता पुत्र सऊदी के अल हम्दा शहर में परिवार के भरण पोषण के लिए बीते कुछ महीनों से रह रह था। 4 मई 2020 की देर शाम को अचानक सीने में दर्द हुई जब तक लोग कुछ समझ पाते तब तक मोहम्मद दिलावर की मृत्यु हो चुकी थी। वहीं साथ रह रहे लोगो ने इसकी सूचना परिवारजनों को दी सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया था।कोरोना काल के चलते मृतक का शव नही आ पा रहा था,जिसको लेकर सामाजिक संगठनों व विदेश मंत्रालय की मदत से करीब 4 माह बात मृतक का पार्थिव शरीर भरथीपुर पहुँचा तो गावँ में मातम फैल गया।बताते चले कि मोहम्मद दिलावर अपने पीछे तीन बेटे व एक बेटी को छोड़ गए वहीं पत्नी का रो रोकर बुरा हाल है।
वही शव को अंतिम संस्कार देने को लेकर दो समुदायों में बहस हो गई मामला इतना तूल पकड़ गया कि घटनास्थल का जायजा लेने एसडीएम सीओ दलवीर सिंह थाना प्रभारी शिवाकांत त्रिपाठी चौकी प्रभारी प्रवीण मिश्रा अपने दल बल के साथ मौके पर पहुंचकर मामले को शांत कराया एसडीएम साहब के समझाने पर परिजन दूसरे जगह शव का अंतिम संस्कार करने के लिए राजी हुए।
बताते चलें आपको दिलावर के शव का अंतिम संस्कार जिस जगह किया जा रहा था वहाँ केदारनाथ तिवारी नामक व्यक्ति का जमीन था। इसी का विरोध हो रहा था, पहले उस जमीन का बाघ हुआ करता था परंतु धीरे-धीरे वहां खेती की जमीन बनती चली गई और जब शव को दफनाने के लिए गड्ढे खोदने को लेकर विवाद शुरू हो गया आला अधिकारियों के समझाने पर मामला शांत हुआ।