- Advertisement -

KDNEWS/सुलतानपुर– किसान गोष्ठी में पराली जलाने से होने वाले नुकसान व जैविक खेती की दी गई जानकारी

0 325

किसान गोष्ठी में पराली जलाने से होने वाले नुस्कान और जैविक खेती की दी गई जानकारी

- Advertisement -

रिपोर्ट-ज्ञान तिवारी(जय ज्ञान)

- Advertisement -

अखण्ड नगर विकास खण्ड के उनुरखा गाँव में कृषि विभाग और जय ज्ञान एग्री जंक्शन उनुरखा के तत्वाधान में हरित क्रांति योजना के अन्तरगत किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया जहाँ अपर जिला कृषि अधिकारी हरिश्चन्द्र मिश्रा ने मौजूद किसानों को पराली जलाने से होने वाले नुकसान को बताते हुए कहा कि पराली जलाने से खेत की मिट्टी की उर्वरा शक्ति नष्ट हो जाती है और खेत में मौजूद किसान मित्र केंचुआ और लाभदायक कीड़े नष्ट हो जाते हैं जिनकी पूर्ति दुबारा करने में तीन से चार साल लग जाते हैं किसान भाई खेत से पराली न जलाएं गेंहू की बुआई हैपी सीडर से करें। कृषि विशेषज्ञ ज्ञानचन्द्र तिवारी ने किसानों को जैविक खेती के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि किसान भाई वर्मी कंपोस्ट तैयार करके अपनी खेती में जैविक अपना कर अपने उत्पाद की गुणवत्ता में सुधार ले आ सकते हैं उन्होंने किसान भाइयों से कहा कि किसान भाई सब्जी की खेती करें जिससे कम लागत में ज्यादा मुनाफा प्राप्त किया जा सकता है किसान भाई अपने और अपने परिवार के खाने भर की सब्जी की खेती अवश्य करें जिससे शुद्ध, ताजी और पौष्टिकता से भरी सब्जी खाने को मिले।तकनीकी सहायक रमेश यादव ने किसानों को कृषि यंत्र के बारे में जानकारी दी और जय ज्ञान एग्री जंक्शन उनुरखा के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि एग्री जंक्शन उत्तर प्रदेश कृषि विभाग द्वारा चलाया जा रहा है जहाँ किसान से भाई बीज और उर्वरक ले कर अनुदान का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। राजकीय बीज गोदाम प्रभारी मनोज तिवारी ने मौजूद किसानों को धान की फसल में लग रहे कण्डुवा रोग की रोकथाम की जानकारी देते हुए कहा कि कण्डुवा रोग धान की एक बहुत खतरनाक बीमारी है जो कैंसर की तरह होती है अगर वह एक बार लग गई तो खत्म नहीं हो सकती इस लिए किसान भाई प्रार्थमिक उपचार जरूर करें बीज शोधन करें और भूमि का भी शोधन करें तब कुछ हद तक कण्डुवा रोग से बचा जा सकता है अगर किसी खेत में कण्डुवा रोग लग चुका है तो किसान भाई बायर कंपनी का नेटिवो 15 ग्राम प्रति टंकी(15लीटर) में घोल बना कर छिड़काव करें तो इस रोग से कुछ हद तक बचा जा सकता है। आत्मा योजना प्रभारी रवी सिंह ने मौजूद किसानों को प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि योजना के बारे में जानकारी दी।सहायक विकास अधिकारी कृषि जगजीवन जी ने किसानों को वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव के लिए गमछा का वितरण किया कृषि रक्षा इकाई प्रभारी अमन वर्मा और बी टी एम हरिओम सिंह ने नमी सूचक यंत्र का वितरण किया। इस मौके पर ए टी एम सचिन सिंह, सहयोगी कृषक माताफेर यादव, हरिश्चन्द्र तिवारी, वीरेंद्र प्रसाद तिवारी, प्रहलाद तिवारी, सभाजीत मिश्रा, प्रेमचंद तिवारी, सन्तोष तिवारी,अम्बे प्रसाद तिवारी, मजनू, सतीश यादव, विजयनारायण तिवारी, गंगासरन तिवारी, ईश्वरचंद्र तिवारी, राजिन्दर, रामउजागिर राजभर, छंगू तिवारी, बबलू तिवारी, महेश तिवारी,शिरोमणि तिवारी,सुरेश तिवारी, रामप्रताप तिवारी, अजय तिवारी, ज्ञान प्रकाश तिवारी, शिखर, प्रखर, नन्दलाल पाण्डे, रामशब्द शर्मा, मनीष यादव, सन्तोष यादव, बिक्कू शर्मा, शिखर शर्मा, प्रदीप धुरिया, रामफेर यादव,सुनील यादव,समेत अन्य किसान मौजूद रहे।

Leave A Reply

Your email address will not be published.