KDNEWS/SLN-किशोरी की प्रेंग्नेंसी रिपोर्ट समेत अन्य कागजात गायब करने वाले दरोगा नियाजी हुसैन को स्पेशल कोर्ट ने किया तलब
किशोरी की प्रेंग्नेंसी रिपोर्ट समेत अन्य कागजात गायब करने वाले दरोगा नियाजी हुसैन को स्पेशल कोर्ट ने किया तलब
विवेचक ने एफआईआर के साथ ही संलग्न प्रेग्नेंसी रिपोर्ट व निकाहनामे को किया अलग
अभियोजन पक्ष ने मुल्जिम की बेल पर सुनवाई के दौरान अर्जी देकर की कार्यवाही की मांग
मुल्जिमो को लाभ पहुंचाने की नीयत से विवेचना में खेल करने का दरोगा नियाजी हुसैन पर लगा आरोप
स्पेशल कोर्ट ने मामले में संज्ञान लेते हुए आज के लिए तलब कर मांगा जवाब
एफआईआर में जिक्र है संलग्न कागजातों का,फिर भी कैसे अलग हो गये ये कागजात,दरोगा की बड़ी लापरवाही उजागर
सुलतानपुर। अवैध तरीके से किशोरी से शादी रचा कर दुष्कर्म करने एवं प्रेग्नेंट होने पर गर्भपात कराने के लिए दबाव बनाने के मामले की तफ्तीश कर रहे दरोगा नियाजी हुसैन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। विवेचक ने इस मामले में एफआईआर के ही साथ लगे जरूरी कागजातों को ही विवेचना में शामिल नहीं किया। जिस पर अभियोजन पक्ष ने विरोध जाहिर कर कार्यवाही की मांग की। मामले में संज्ञान लेते हुए स्पेशल जज पाक्सो एक्ट ने आज के लिए विवेचक को तलब कर जवाब मांगा है।
मामला कोतवाली नगर क्षेत्र स्थित खैराबाद इलाके से जुड़ा है। जहां के रहने वाले मो. सलमान पुत्र सिकंदर व उसके परिवार के अन्य लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज है। अभियोगिनी फैजाबाद जिले की रहने वाली है। जिसके आरोप के मुताबिक उसकी नाबालिग पुत्री अपने रिश्तेदार सिकंदर के यहां आती जाती थी, इसी दौरान उसके पुत्र मो. सलमान ने किशोरी को अपने संपर्क में ले लिया,जिसे बहला कर उससे कई बार शारीरिक संबंध बनाया एवं भाई गुलजार,आजाद,कम्मन एवं बहन सन्नी,मुन्नी की मदद से अवैध निकाहनामा भी तैयार करा लिया,जबकि इस दौरान लड़की नाबालिक ही रही। इसके बाद आरोपी सलमान बाद में शादी की औपचारिकता ढंग से पूरी कर लेने का भरोसा देते हुए किशोरी से कई बार शारिरिक संबंध बनाया। इसी दौरान पीड़िता प्रेग्नेंट हो गई। बीते मार्च माह में किशोरी ने प्रेगनेंसी की जांच कराई तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई। यह देखकर आरोपी सलमान व अन्य ने किशोरी पर गर्भपात के लिए दबाव बनाया। इस मामले में पीड़िता की मां ने कोतवाली में तहरीर दी और तहरीर देते समय ही संलग्नक के रूप में निकाहनामा की प्रति, पैथोलॉजी की प्रेगनेंसी पॉजिटिव रिपोर्ट, हाईस्कूल का प्रमाण पत्र एवं आरोपी के जरिए पीड़िता को दी गई मोबाइल की रसीद की छाया प्रति भी दाखिल किया था, जिसका जिक्र पुलिस ने दर्ज एफआइआर में भी स्वयं ही किया है। इस प्रकरण की तफ्तीश उप निरीक्षक नियाजी हुसैन को मिली। मामले में जेल गए आरोपी मो. सलमान की तरफ से स्पेशल कोर्ट में जमानत अर्जी प्रस्तुत की गई है। जिसमें सुनवाई के दौरान अभिलेख तलब हुए तो उसमें निकाहनामा एवं पैथोलॉजी की प्रेगनेंसी पॉजिटिव रिपोर्ट समेत अन्य जरूरी कागजात मौजूद ही नही मिले। जिस पर अभियोजन पक्ष के शासकीय अधिवक्ता एवं निजी अधिवक्ता अजीजुर्रहमान ने अर्जी देकर कोर्ट से इन अभिलेखों को संकलित करने एवं विवेचना में लापरवाही बरतने वाले दरोगा पर कार्रवाई की मांग की। माना जा रहा है कि दरोगा नियाजी हुसैन ने आरोपी सलमान एवं अन्य आरोपियों को लाभ पहुँचाने की नीयत से एफआईआर के साथ ही उपलब्ध कराए गए कागजातों को जानबूझकर विवेचना में शामिल ही नही किया। जिस पर संज्ञान लेते हुए स्पेशल जज ने दरोगा नियाजी हुसैन को आज शुक्रवार के लिए तलब कर जवाब मांगा है। दरोगा नियाजी हुसैन की इस लापरवाही पूर्ण विवेचना से इतने गंभीर मामले में सवाल खड़ा हो गया है,जिससे उनकी मुश्किलें बढ़ना लगभग तय है।देखना है कि इस लापरवाही पर उच्चाधिकारी संज्ञान लेते हैं या फिर सब कुछ देखकर भी अनजान बन जाते है।