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KDNEWS/सुलतानपुर-मोस्ट कल्याण संस्थान ने निर्भया बाल्मीकि के मुकदमे का विचारण प्रदेश से बाहर कराने की माँग की
मोस्ट कल्याण संस्थान ने निर्भया के मुकदमे का विचारण प्रदेश से बाहर कराने की माँग की
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सन्तोष फौजी के नेतृत्व में योगी सरकार की बर्खास्तगी के लिए दिया गया राष्ट्रपति को ज्ञापन
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सुलतानपुर। आज दिनाँक 03-10-2020 को मोस्ट कल्याण संस्थान के तत्वाधान में फौजी सन्तोष सोनकर के नेतृत्व में वाल्मीकि के हत्यारों को फाँसी की सजा सुनिश्चित कराने और पीड़ित परिवार के पूर्ण न्याय व पुनर्वास हेतु 6 सूत्रीय ज्ञापन जिलाधिकारी सुलतानपुर के माध्यम से राष्ट्रपति को प्रेषित किया गया।
ज्ञापन में कहा गया है कि दिनाँक 14-09-2020 को जनपद हाथरस की बहन निर्ब्भया वाल्मीकि के साथ सामूहिक बलात्कार कर रीढ़ की हड्डी तोड़ दी जाती है और जीभ काट ली जाती है जिसके कारण दिनाँक 29-09-2020 को मृत्यु हो जाती है और योगी सरकार का प्रशासन बलात्कारियों और हत्यारों को गिरफ्तार करने के बजाय बलात्कार व हत्या का साक्ष्य मिटाने के घिनौने कुकृत्य में जुटा है, जिसकी मोस्ट कल्याण संस्थान, उत्तर प्रदेश घोर निंदा करते हुए माँग किया है कि बहन का बलात्कार कर हत्या में संलिप्त अपराधियों को फाँसी की सजा सुनिश्चित कराने के लिए योगी सरकार को बर्खास्त किया जाय या उत्तर प्रदेश से बाहर मुकदमे का विचारण कराया जाय क्योंकि पुलिस प्रशासन के पक्षपातपूर्ण रवैए को देखते हुए योगी राज में न्याय की उम्मीद नही की जा सकती एवं की लाश को रात में जबरदस्ती जलाकर साक्ष्य मिटाने के आपराधिक षड्यंत्र में संलिप्त पुलिस कर्मियों को तत्काल पदच्युत कर उन पर भी हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाय तथा बहन के बलात्कार, हत्या और साक्ष्य मिटाने के आपराधिक षड्यंत्र में संलिप्त सभी अपराधियों को सजा दिलाने के लिए यूपी से बाहर फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन कर त्वरित न्याय दिलाया जाना सुनिश्चित किया जाय एवं पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता स्वरूप सरकार द्वारा एक करोड़ रुपया दिया जाय तथा पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिया जाये एवं पीड़ित परिवार की सुरक्षा हेतु वाई प्लस सुरक्षा उपलब्ध कराई जाय।
ज्ञापन देने वालों में मोस्ट कल्याण संस्थान के डिप्टी डायरेक्टर राजकुमार गौतम, जिला संयोजक ज़ीशान अहमद, जनरल सेक्रेटरी राम उजागिर यादव “नेवी वाले”, स्टूडेंट विंग के संयोजक नरेंद्र निषाद, प्रदीप सोनकर, कुलदीप सोनकर, अजय कुमार, अविनाश सोनकर, राम केशव मौर्य, नीरज, ओम प्रकाश गौतम, अलिफ फहमी, सुदीप निषाद, रामकुमार यादव, इरफान सिद्दीकी, शिवलाल निषाद, शरद कुमार बौद्ध, कुँवर अर्जुन, अमृतलाल निषाद, जय प्रकाश निषाद, सुनील निषाद, राहुल निषाद, सुनील कनौजिया, विनोद पाल, बुद्धसेन बौद्ध, अखिलेश, विनोद निषाद, राकेश निषाद, विकास निषाद, राम बहादुर निषाद, सत्येंद्र यादव, जगन्नाथ, अशोक कुमार, सुरेश कुमार, महादेव निषाद, वीरेंद्र कुमार, अनिल कुमार निषाद, पवन, विपिन, निर्मला, अंशू निषाद, चंदन गौतम, आशा, शिवम गौतम, एडवोकेट उदय प्रकाश बौद्ध (संदीप), कृष्णा, नागवंशी सोनू निषाद, सुनील कुमार, जितेंद्र कुमार निषाद, हरीश कुमार निषाद, गोविंद कुमार कोरी, पवन यदुवंशी, अरविंद कुमार बौद्ध, राकेश गौतम, गोविंद कुमार बौद्ध, फलजीत निषाद, जितेंद्र गौतम, बहादुर, रमेश कुमार, रवि कुमार, अनिल कुमार, राकेश कुमार, हितलाल गौतम, मुकेश, सरवन, विवेक गौतम, प्रवेश गौतम, राहुल गौतम, गोलू गौतम, राज गौतम, मोहम्मद हकीम, शांति देवी, जितेंद्र गौतम, प्रेमा गौतम, फूलमती गौतम, कृष्णा गौतम, इंद्रेश गौतम, जितेंद्र कुमार, ज्योति गौतम, पवन बौद्ध, कृष्णावती, कौशल्या गौतम सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।