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#सुलतानपुर-अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के आह्वान पर तिकोनिया पार्क में हुआ प्रदर्शन।
खबर सुलतानपुर
किसान विरोधी तीनों काले कानूनों को वापस लेनें की मांग और किसानों की दिल्ली रैली के आंदोलन का समर्थन किया गया।राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन भी जिलाधिकारी के माध्यम से भेजा गया।
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MSP को कानून बनाया जाये,किसान विरोधी बिजली कानून 2020 वापस लिया जाये,रेलवे,बैंक,बीमा,बिजली सहित सभी सार्वजनिक सम्पत्तियों को बेचना बन्द किया जाये।इ
आज दिनाँक 27 नवम्बर 2020 को अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के आह्वान पर सुलतानपुर जनपद में भी तिकोनिया पार्क में प्रदर्शन कर किसान विरोधी तीनों काले कानूनों को वापस लेनें की मांग की गयी और किसानों की दिल्ली रैली के आंदोलन का समर्थन किया गया।श्रीमान राष्ट्रपति महोदय को संबोधित ज्ञापन भी जिलाधिकारी के माध्यम से भेजा गया।ज्ञापन में मांग की गयी है कि सरकार किसान विरोधी तीनों कानून वापस लिया जाये,MSP को कानून बनाया जाये,किसान विरोधी बिजली कानून 2020 वापस लिया जाये,रेलवे,बैंक,बीमा,बिजली सहित सभी सार्वजनिक सम्पत्तियों को बेचना बन्द किया जाये।इस मौके पर अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के जिला संयोजक शारदा प्रसाद पाण्डेय ने कहा कि हमारे देश के किसान पिछले तीन माह से सरकार के किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ लगातार संघर्षरत हैं,लेकिन सरकार किसानों की बात सुननें को तैयार नही है।सरकार के इस अड़ियल रुख का जबाव किसान अपने आंदोलनों से देते रहेंगे।किसान नेता बाबूराम यादव ने कहा कि सरकार के इन काले कानूनों का असर होना शुरू हो गया है।किसान अपना धान 8 से 10 रूपये प्रति किलो के हिसाब से बेचनें को मजबूर हो गया है।आलू का भंडारण व्यापारियों ने करना शुरू कर दिया है और आज आलू की कीमत 50 रूपये से 60 रूपये प्रति किलो हो गयी है।राधेश्याम वर्मा ने कहा कि किसानों के जत्थों को दिल्ली पहुँचने से रोकनें के जिस तरह के कदम उठा रही है मानों सरकार ने अपने ही देश में अपनें किसानों के खिलाफ युद्घ की घोषणा कर दी है।लेकिन किसान संघर्ष रुकनें वाले नही है।किसान और मजदूर लगातार जुट रहे हैं और लड़ रहे है।रामप्रकाश उर्फ गुड्डू ने कहा कि किसान अपने कदम पीछे नही हटायेंगे।हम लड़ेंगें और जीतेंगे।रामप्यारे वर्मा ने अपनी बात रखते हुए कहा कि इन काले कानूनों के खिलाफ हम अपने जनपद में जुझारू आंदोलन को विकसित करेंगे।अखिल भारतीय किसान सभा से मो. सैफ,SFI से विवेक विक्रम सिंह और सौरभ मिश्रा,AISF से नोमान खान,DYFI से शिवपूजन पाण्डेय,शशांक पाण्डेय,खेत मजदूर यूनियन से ओमप्रकाश और लायर्स यूनियन से नरोत्तम शुक्ल ने इस आंदोलन का समर्थन किया।
शारदा प्रसाद पाण्डेय
संयोजक
अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति, सुलतानपुर