#सुल्तानपुर-बाबा विजेथुआ महावीरन धाम में धूम धाम से मनाया गया दीपोत्सव जलाए गए 51 हजार दीपक
बाबा विजेथुआ महावीरन धाम में धूम धाम से मनाया गया दीपोत्सव जलाए गए 51 हजार दीपक
रिपोर्ट ज्ञान तिवारी(जय ज्ञान)
जनपद सुलतानपुर के कादीपुर तहसील में ऐतिहासिक पर्यटक स्थल विजेथुआ महावीरन धाम में मनाया गया दीपोत्सव का त्योहार जहाँ 51 हजार दीपक एक साथ जलाकर बना रिकार्ड और बाबा बजरंग बली की दिव्य आरती की गई। सुलतानपुर जनपद में कादीपुर तहसील में सूरापुर बाजार से कुछ ही दूरी पर स्थित ऐतिहासिक पर्यटक स्थल विजेथुआ महावीरन धाम की कथा रामायण से जुड़ी हुई है जानकार बताते हैं कि जब प्रभु श्री राम के छोटे भाई लक्ष्मण जी को शक्ति लगी थी तो प्रभु के अनन्य भक्त हनुमान जी संजीवनी बूटी लेने जा रहे थे तो रावण द्वारा भेजे राक्षस के द्वारा बनाये गए माया की कुटिया में हनुमान जी को रोकने के लिए कालिनेम नामक राक्षस प्रभु का जाप कर रहा था तब हनुमान जी वहाँ अपनी प्यास बुझाने के लिए आये तो कालनेमि अपनी बातों में उलझाकर समय काटने के बहाने नहाने को कहा तब महावीरन धाम में स्थित कुंड में हनुमान जी जैसे ही गए तो वहाँ मगरमच्छ ने उनका पैर पकड़ लिया तो हनुमान जी ने मगर को मार दिया और उसका उद्धार हो गया और वो प्रकट हुआ और सारी कहानी हनुमान जी से बताया तभी से उस कुण्ड का नाम मकरी कुण्ड पड़ गया जो आज भी विजेथुआ महावीरन धाम में है तब हनुमान जी कालनेमि का वध अपने पैरों से किये जनकारों का मनना है कि हनुमान जी यहाँ स्वयं प्रकट हुए हैं और उनका एक पैर आज भी जमीन के नीचे है जिसका कोई पता नहीं चला कई बार खुदाई भी हुई पर हनुमान जी का एक पैर हजारों फिट नीचे तक है विजेथुआ महावीरन धाम में हर मंगलवार और शनिवार को मेला लगता है जहाँ हनुमान जी के दर्शन के लिए बहुत दूर दूर के भक्त आते हैं और बाबा बजरंग बली सबकी झोली भरते हैं। विजेथुआ महावीरन में 51 हजार दीपक एक साथ जलाए गए और दिव्य आरती हुई इस मौके पर भाजपा जिला अध्यक्ष सुलतानपुर डॉ आर ए वर्मा , जिला पंचायत सदस्य शुशील शुक्ला(पिंकू शुक्ला), विधायक बदलापुर रमेश मिश्रा, भाजपा मण्डल अध्यक्ष अखण्ड नगर देवनारायण तिवारी कृषि विशेषज्ञ ज्ञानचन्द्र तिवारी,रिंकू शुक्ला, राहुल तिवारी,दिव्यांश त्रिपाठी, सौरभ तिवारी, शुभम तिवारी, अनुराग मिश्रा, अतुल सिंह, राजन सिंह, अमित सिंह,शुभम श्रीवास्तव, शिवम पाण्डे समेत सैकड़ो की संख्या में भक्त मौजूद रहे।