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#सुल्तानपुर-जयंती पर याद किये गये पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी,

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सुल्तानपुर-जयंती पर याद किये गये पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी,वेबिनॉर के जरिये दी गई वैचारिक श्रधंजलि,कमला नेहरू भौतिक एवं सामाजिक विज्ञान संस्थान ने कराया वेबिनॉर का आयोजन

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कमला नेहरु भौतिक एवं सामाजिक विज्ञान संस्थान ने एक विस्तृत वेबिनार का आयोजन कर भारतीय गणतंत्र के पूर्व प्रधानमंत्री, राष्ट्र वाद के उन्नायक, भारतीय संस्कृति के विशिष्ट व्याख्याता अटल बिहारी वाजपेयी को अपनी वैचारिक श्रद्धांजलि अर्पित किया।
संस्थान के प्राचार्य डाँ.राधेश्याम सिंह ने अटल जी को भारतीय राजनैतिक क्षितिज का अमर सितारा बताते हुए कहा कि उनके कवि व्यक्तित्व ने उनके राजनैतिक व्यक्तित्व को दो तत्व सौंपे।पहला संवेदनशीलता ,दूसरा प्रतिरोध।उनके जाने के बाद से संसद मे व्यंग्य, विनोद की परंपरा ही समाप्त हो गयी।वे शुद्ध भारतीय राजनैतिक आत्मा थे।
डाँ.रामनयन सिंह ने वाजपेयी जी के स्वीकार्यता पर विस्तार से प्रकाश डाला।उन्हें भारत रत्न मिलने पर विरोधियों ने भी सराहा था।उन्हें अंतरराष्ट्रीय संबंधों की जानकारी के कारण तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री नरसिम्हाराव जी ने विपक्ष मे होने के बावजूद भारत के प्रतिनिधित्व हेतु दुनियां की सबसे बड़ी पंचायत में भेजा।उनके मातृभाषा प्रेम का उदाहरण संयुक्त राष्ट्र मे दिया गया हिन्दी में अभिभाषण है।
श्री अनुराग पांडेय ने वाजपेयी जी के राजनैतिक व्यक्तित्व को गढ़ने मे जिन वैचारिक तत्वों की भूमिका रही,उनका विस्तार से चित्रण किया।उनका अजातशत्रु व्यक्तित्व, शिवत्व से समाहित था।वे एक साथ विरुद्धों मे सामंजस्य करने की ताकत रखते थे।परमाणु विस्फोट करके उन्होंने भारत को परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्र की श्रेणी मे खड़ा किया।उनका न होना अपूरणीय क्षति है।
डाँ.राकेश पांडेय ने अटल जी के समन्वय वादी व्यक्तित्व की चर्चा करते हुए उनकी दूरदर्शी दृष्टि की सराहना की।
संचालन डाँ.अवधेश दूबे ने किया।इस अवसर पर संस्थान के तमाम प्राध्यापकों के साथ विभिन्न संकायों के लगभग छः सौ विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया।

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*पूर्व पीएम अटल बिहारी बाजपेयी की जयंती पर किया

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