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कोरोना संक्रमण से जूझ रही जनता को दो माह के लिए मिलेगा फ्री राशन, राहत भरी खबर।

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कोरोना संक्रमण से जूझ रही जनता के लिए एक राहत भरी खबर है कि एकतरफ लोगों को बचाने की काेशिश में लगी योगी सरकार पिछले कोरोनो काल के तरीके से अब गरीब परिवारों की भूख मिटाने का इंतजाम करने की राशन की प्रक्रिया में भी जुट गई है।

पिछले कोरोनो काल मे प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत देश भर में तीन माह प्रति यूनिट पांच किलो के हिसाब से गेहू चावल का इंतज़ाम किया था, उसी प्रकिया को ध्यान में रखते हुए इस बार फिर कोरोनो के बढ़ रहे संक्रमण पर मई और जून में प्रति व्यक्ति 5 किलो अतिरिक्त अन्न (चावल/गेहूं) मुफ्त में दिया जाना है।
यूपी में साढ़े तीन करोड़ से अधिक राशनकार्ड धारकों को इस योजना के तहत साढ़े 14 करोड़ लोगों को प्रदेश सरकार मई और जून में प्रति व्यक्ति 5 किलो अतिरिक्त अन्न (चावल/गेहूं) मुफ्त में देने का फैसला लिया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस आदेश के बाद खाद्य एवं रसद विभाग के अधिकारी इसकी व्यवस्था करने में जुट गए हैं।

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राशन वितरण का यह कार्य हमेशा ही एक चुनौती भरा काम रहा है। अब कोरोना संकट के चलते इस कार्य को करने के लिए अधिक सतर्कता बरतने की भी आवश्यकता है।

गौरतलब हो कि साढ़े चौदह करोड़ लोगों को महीने में एक बार राशन बंटता है।प्रदेश में तीन करोड़ 55 लाख राशन कार्ड धारक हैं और प्रदेश का खाद्य विभाग साढ़े तीन करोड़ राशन कार्डों पर चाढ़े चौदह करोड़ लाभार्थियों को गेहूं दो रुपए किलो और चावल तीन रुपए किलो के सब्सिडाइज्ड रेट पर राशन देता है।

महीने की एक तारीख से लेकर 12 तारीख तक प्रदेश की 80 हजार राशन की दुकानों के जरिए यह राशन हर महीने में बटना है। इनके लिए साढ़े सात लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न का उठान हर महीने करना होता है।

प्रत्येक यूनिट पर तीन किलो गेहूं और दो किलो चावल वितरण के हर चक्र में मिलता है।

(NFS)नेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट के तहत बंटने वाले इस राशन को (एफसीआई)फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के गोदामों से लेकर प्रदेश में मौजूद लगभग 80 हजार सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों के जरिए गरीबों के बीच बांटा जाता है। प्रत्येक यूनिट पर तीन किलो गेहूं और दो किलो चावल वितरण के हर चक्र में मिलता है। हर महीने एक चक्र में यूपी में 75 लाख क्विंटल अनाज बांटा जाता है।

खाद्य एवं रसद विभाग के अधिकारियों का कहना है कि राशन वितरण एवं सप्लाई चेन मैनेजमेंट पूरी तरह कंप्यूटराइज्ड है।

ई-पॉस मशीनें सॉफ्टवेयर के जरिए संचालित होती हैं। इसका बाकायदा एक डैशबोर्ड बना हुआ।

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इसके जरिए राशन बांटने की पल-पल की खबर इस डैशबोर्ड के जरिए यूपी की हर दुकान और एक-एक राशन कार्ड की पूरी सूचना देखी जा सकती है।


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इस पूरे मामले पर प्रदेश की प्रमुख सचिव खाद्य एवं रसद वीना कुमारी मीना ने बताया कि कोरोना के इस संकट के बीच भी पूरा भरोसा है कि उनके विभाग के लोग सुरक्षित तरीके से लोगों को राशन मुहैया कराने में सफल होंगे। इसको लेकर उन्होंने और विभाग ने जो रणनीति तैयार की है, उसके अनुसार हर राशन की दुकान पर एक नोडल अधिकारी की देखरेख में राशन वितरण का कार्य कोरोना गाईड लाईन (प्रोटोकॉल) के तहत किया जाएगा। जिसके तहत सभी बीपीएल परिवारों के राशन कार्ड धारकों को राशन मिलेगा और वह भी सुरक्षित तरीके से राशन मिलेगा। कोशिश रहेगी कि कहीं कोई भीड़ नहीं लगेगी और जब भीड़ नही लग पाएगी तो कोई हंगामा भी नहीं होगा।जहां तक पूरी तैयारी कर ली गई है कि हर राशन की दुकान पर पर्याप्त गेंहूं और चावल वितरित करने की पुख्ता व्यवस्था कर ली गई हैं।और राशन की दुकानों पर ई-पॉस मशीन से बायोमीट्रिक आथेन्टिफिकेशन के जरिए राशन बांटा जाएगा।

बीते साल कोरोनो काल के लॉकडाउन के दौरान इस तकनीक के जरिए ही गरीबों को मिलने वाले राशन का वितरित किया गया था। मई और जून में वितरित किए जाने वाले राशन की ऑनलाइन मॉनिटरिंग भी का जाएगी।

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