जौनपुर के गांव में एक बुजुर्ग की पत्नी के इलाज के दौरान हुई मौत को कोरोनो से हुई मौत के अफवाह में गांववालों के विरोध के बाद साइकिल पर पत्नी का शव लेकर जा रहे बुजुर्ग की मददगार बने पुलिसकर्मियों को एसपी ने सम्मानित करने का लिया निर्णय।
मानवता का मिसाल पेश करने वाले मड़ियाहूं कोतवाल समेत छह पुलिस कर्मियों को प्रशस्ति पत्र जाएगा दिया।
एसपी राजकरन नय्यर ने कहा कि मड़ियाहूं पुलिस के इस कार्य से अन्य कर्मियों को भी मिलेगी प्रेरणा ।
जौनपुर जिला के मड़ियाहूं कोतवाली क्षेत्र के अम्बरपुर गांव निवासी बुजुर्ग तिलकधारी की पत्नी राजकुमारी देवी का मंगलवार को अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया था। जिला अस्पताल द्वारा एम्बुलेंस से शव को गांव पहुंचाया गया लेकिन यहां गांव अफवाह हुई कि महिला की कोरोना से मौत हुई है इसी को मानकर पड़ोसियों ने कंधा देने से इंकार कर दिया तब तिलकधारी ने साइकिल पर शव रखकर नदी किनारे पहुंचे, लेकिन यहां भी कुछ लोगो द्वारा अंतिम संस्कार नहीं करने दिया गया।इसी बीच पुलिस को सूचना दी गई कि एक बुजुर्ग व्यक्ति साइकिल पर शव लेकर भटक रहे हैं । इस बात की सूचना मिलते ही मड़ियाहूं पुलिस ने मौके पर पहुंचकर न सिर्फ शव के अंतिम संस्कार की व्यवस्था और वाहन की व्यवस्था कर शव को रामघाट पहुंचवाया और शव को कंधा दे कर मुखाग्नि दिलवाईं। बुधवार को यह मामला सुर्खियों में आने के बाद हर कोई पुलिस की इस पहल की सराहना करने लगा।हो रही चहुँओर प्रसंसा पर देर रात एसपी राजकरन नय्यर ने सभी पुलिस कर्मियों को सम्मानित करने का निर्णय लिया।सूचना मिली की एसपी ने मीडिया को बताया कि मड़ियाहूं कोतवाल मुन्नाराम धुसिया, हेड कांस्टेबल कृष्ण मुरारी, संजय यादव, सुधीर दुबे, कांस्टेबल प्रवीण मिश्रा, कांस्टेबल चालक राजकुमार यादव को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा।