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ट्रेन खड़ी होती हैं गुजरात में टिकट मिलता है महाराष्ट्र में,देखे पूरा माजरा हैं कहाँ का।

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आपने अक्सर दो पुलिस थाने की सीमा को लेकर होने वाले विवाद के बारे में सुना होगा. या इंटरनेट पर दो देश के बॉर्डर आपस में जुड़े होने की तस्वीरें शेयर की जाती हैं. ऐसा ही कुछ भारत के एक रेलवे स्टेशन के साथ भी है. दरअसल, एक रेलवे स्टेशन है और इसमें खास बात ये है कि यह स्टेशन आधा गुजरात के अंडर आता है और इसका दूसरा हिस्सा महाराष्ट्र में है. आप भी सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसे कैसे हो सकता है, लेकिन यह सच बात है.
इतना ही नहीं, इस रेलवे स्टेशन पर एक कुर्सी भी रखी है, जिसका एक गुस्सा गुजरात में है और दूसरा महाराष्ट्र में. यह सुनने में बेहद अजीब लग रहा है, लेकिन सच बात है और आप ऊपर लगी फोटो से भी अंदाजा लगा सकते हैं कि यहां का नजारा कैसा होगा. साथ ही आपने मन में सवाल उठ रहा होगा कि आखिर यहां काम कैसे होता है और नियम किस राज्य के फॉलो होते होंगे… आइए जानते हैं ये रेलवे स्टेशन कहां है और यहां काम कैसे होता है और यह किस तरह से बंटा हुआ है…
केंद्रीय रेलवे मंत्री पीयूष गोयल ने भी Quora पर इसकी जानकारी दी है और बताया जा है कि यह सीन किस रेलवे स्टेशन पर है. पीयूष गोयल ने रेलवे से जुड़े अनसुने तथ्य बताते हुए कहा इस रेलवे स्टेशन के बारे में बताया.।

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इस रेलवे स्टेशन का नाम है नवापुर रेलवे स्टेशन. वैसे तो यह रेलवे स्टेशन गुजरात और महाराष्ट्र के बॉर्डर पर है. इस वजह से इसका एक हिस्सा नवापुर में है और एक हिस्सा महाराष्ट्र में है. यह सूरत-भूसवाल लाइन पर है, जो देश का एक ऐसा रेलवे स्टेशन है, जो राज्यों में बंटा हुआ है. आधा स्टेशन महाराष्ट्र के नंदुरबार जिले में आता है और आधा गुजरात के तापी जिले में पड़ता है. गुजरात और महाराष्ट्र के बंटवारे से पहले ही ये स्टेशन बन चुका था और बंटवारे के बाद भी इस स्टेशन में कोई बदलाव नहीं हुआ और नतीजा ये हुआ कि अब ये दोनों राज्यों में आता है.
ये रेलवे स्टेशन खास तरीके से बंटा हुआ है. इसमें जहां ट्रेन खड़ी होती है या आती है वो गुजरात के क्षेत्र में हैं. वहीं, यहां का क्लरिकल काम महाराष्ट्र के क्षेत्र में होता है. सीधे शब्दों में कहें तो रेलवे स्टेशन का प्लेटफॉर्म वाला हिस्सा गुजरात में है और जहां रेलवे के ऑफिस होते हैं, वो महाराष्ट्र के क्षेत्र में है. वैसे नवापुर रेलवे स्टेशन, महाराष्ट्र के हिस्से में आता है. नवापुर महाराष्ट्र के नंदूरबार जिले का एक तालुका है.

रिपोर्ट्स के अनुसार, दो राज्यों में बंटे नवापुर रेलवे स्टेशन पर चार अलग-अलग भाषाओं में कोई भी सूचना रेल यात्रियों को दी जाती है. यहां हिंदी, अंग्रेजी, गुजराती और मराठी में अनाउंसमेंट होता है. ऐसे में यह रेलवे स्टेशन बेहद खास है. ऐस में कहा जा सकता है कि इस रेलवे स्टेशन में आपको महाराष्ट्र से टिकट लेनी होती है और आपको ट्रेन पकड़ने के लिए गुजरात जाना पड़ता है.।

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