सुल्तानपुर-एक हफ्ते बाद जाने वाला था युवक नौकरी पर, दो पक्षों की भिड़ंत ने ले ली जान,मान मनौव्वल जारी, अभी तक नही हुआ अंतिम संस्कार।
खबर सुल्तानपुर जनपद से है जहाँ लंभुआ के शिवगढ़ बाजार स्थित चौदहवां गांव में बीते सोमवार को क्षत्रिय और दलित बिरादरी में खूनी संघर्ष हो गया था।जिसमे से दलित पक्ष से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।परिजनों का कहना है कि मृतक व्यक्ति की tgt में चयन हुआ 11 मार्च को वह नौकरी पर जाने वाला था। हमले में कई लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए थे। हमलावरों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।पोस्टमार्टम के बाद गांव में तनाव को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। एडिशनल एसपी विपुल श्रीवास्तव की निगरानी में सीओ सतीश चंद्र शुक्ला व तमाम उप निरीक्षक गांव में स्थिति पर नज़र बनाये हैं।पुलिस प्रशासन द्वारा परिजनों से अंत्येष्ठी के लिए वार्ता जारी है लेकिन परिजन अपनी मांगों पर डटे हैं।चौदहवां गांव में परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार अभी तक नही किया है। इस पूरे मामले पर सोमवार को पुलिस अधीक्षक द्वारा क्या कहा गया था हम आप को पहले सुनवाते हैं फिर आज की पूरी खबर की अपडेट देगे।
एक हफ्ते बाद जाने वाला था युवक नौकरी पर, दो पक्षों की भिड़ंत ने ले ली जान अभी तक नही हुआ अंतिम संस्कार।
मंगलवार की देर शाम तक नहीं हो पाया दलित युवक के शव का अंतिम संस्कार।
हल्का लेखपाल तथा चौकी इंचार्ज के निलंबन तथा विभिन्न मांगों पर अड़े रहे परिजन।
एडिशनल एसपी तथा एसडीएम समेत क्षेत्राधिकारी समझाने बुझाने में लगे रहे।
लंभुआ कोतवाली क्षेत्र में मारपीट के दौरान दलित युवक की हत्या का मामला।
सुल्तानपुर जनपद में
घटना के 24 घंटे बीत जाने के बाद तथा पोस्टमार्टम होने के बावजूद दलित युवक के शव का दाह संस्कार नहीं हो पाया। मंगलवार की देर शाम तक एडिशनल एसपी एसडीएम सीओ समेत अन्य अधिकारी समझाने बुझाने में लगे रहे, लेकिन अपनी विभिन्न मांगों को लेकर परिजन अड़े रहे। हल्का लेखपाल व चौकी इंचार्ज को निलंबित करने की मांग भी की। सोमवार की सुबह रास्ते के विवाद को लेकर दो पक्षों में हुई मारपीट के दौरान दलित युवक की हत्या कर दी गई थी।
लंभुआ कोतवाली क्षेत्र के मलाक तुलापुर में दो पक्षों में हुई मारपीट के दौरान दलित युवक मनोज कुमार उम्र 30 वर्ष की हत्या कर दी गई थी तथा घायल अन्य चार लोगों का इलाज चल रहा है। युवक के शव का सोमवार को सुल्तानपुर में पोस्टमार्टम हुआ उसके बाद शाम को उसका शव गांव आया। परिजनों ने दाह संस्कार करने से इनकार कर दिया तो प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। मंगलवार को पूरे दिन एडिशनल एसपी विपुल श्रीवास्तव, एसडीएम महेंद्र कुमार श्रीवास्तव, सीओ सतीश चंद्र शुक्ला तथा कोतवाल नर्वदेश्वर तिवारी आदि परिजनों को मनाने में लगे रहे। परिजनों ने विभिन्न मांगों को प्रशासन के समक्ष रखते हुए कहा कि मुकदमे में छूटे आरोपियों का नाम बढ़ाया जाए, आर्थिक मदद पहुंचाने तथा पीड़ित के घर तक नहर से बीस फिट का खड़ंजा बनवाया जाए। इसके अलावा परिजनों ने परिवार के एक सदस्य को नौकरी तथा पुलिस प्रशासन द्वारा परिवार को सुरक्षा प्रदान करने व घटना में लापरवाही बरतने वाले हल्का लेखपाल तथा चौकी इंचार्ज को निलंबित करने की मांग की। मंगलवार की देर शाम तक प्रशासनिक अधिकारी समझाने बुझाने में लगे रहे, लेकिन परिजन नहीं माने। परिजनो की क्या मांग है आप भी सुने।