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सुलतानपुर-जेल में बहनों ने भाइयों की कलाई पर रक्षासूत्र बांध कर नेक इंसान बनने का लिया बचन।

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जेल में बहनों ने भाइयों की कलाई पर रक्षासूत्र बांध कर समाज मे नेक इंसान बनने का लिया बचन।

उत्तर प्रदेश के सभी कारागारों में रक्षाबंधन का त्यौहार बड़े धूमधाम से मनाया गया,सुलतानपुर जनपद के जिला कारागार में भाई बहन के इस पवित्र त्यौहार रक्षाबंधन को लेकर तैयारियां पूरी की गई। जिला कारागार में बंद कैदियों व बंदियों से दूर-दराज से आई बहनों ने अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधी। उन्हें मिठाई खिलाकर खुश रहने की भगवान से कामना की। यह कार्यक्रम लगभग दो बजे तक चलता रहा।आयोजित रक्षाबंधन के कार्यक्रम में जेल अधीक्षक अनिल कुमार गौतम संयोजक की भूमिका में नज़र आये,इस दौरान उनके चेहरे पर खुशी देखने लायक थी।

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जेल में हिन्दू मुस्लिम बहनों ने भाइयों की कलाई पर रक्षासूत्र बांध कर समाज मे नेक इंसान बनने का लिया बचन।

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इस मौके पर जेल प्रशासन ने जेल में राखी, मिठाई, अक्षत के साथ पूजा की हर सामग्री की व्यवस्था कर रखी थी। रक्षाबंधन की तैयारी को लेकर जेल अधीक्षक अनिल कुमार गौतम ने बताया कि हिन्दू ही नही मुस्लिम बहनों ने भी अपने भाइयों के कलाइयों पर रक्षाबंधन बांध कर समाज मे नेक इंसान बनने का बचन लिया।आगे उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन ऐसा त्यौहार है। जिसमें हर बहन अपने भाई के कलाई पर राखी बांधना चाहती है। इसके लिए वो मीलों का सफर करके अपने भाई के घर पहुंचती है। ऐसे में शासन के निर्देशानुसार जेल में भी बंद भाइयों की कलाई सूनी ना रहे। इसके उचित प्रबंध किए गए । उन्होंने कहा कि जो भी बहने जेल में राखी बांधने के लिए आई। उन्हें पूरे सम्मान के साथ हर वह चीज उपलब्ध कराई गई है जो राखी के इस त्यौहार में जरूरी होती है।

जेल अधीक्षक श्री गौतम ने कहा कि इस त्यौहार पर लगभग 15 से बीस मुस्लिम महिलाओं ने भी अपने भाईयों के की कलाई पर रक्षासूत्र बांध कर समाज मे अच्छे जीवन जीने का बचन लिया गया साथ ही बंदी रक्षकों को भी रक्षासूत्र बांध कर नेक बनने का सपथ ली ।
ऐसा भी देखा गया कि बहुत से कैदी है जिनकी बहनें नहीं है। ऐसी बहुत सी महिला कैदी है। जिनके भाई नहीं है। उन्होंने कहा कि महिला बंदियों द्वारा पुरुष बन्दियों की कलाई पर राखी बधाई जाएगी। ताकि उनके अंदर इस रिश्ते की पवित्रता बनी रहे।
इस मौके पर भाइयों की कलाई पर राखी बांधने आई बहने जेल के अंदर की व्यवस्था देखकर काफी खुश दिखी। उन्होंने अपने भाइयों के साथ पूजा कर उनकी कलाइयों पर राखी बांध कर स्वंम के साथ समाज मे भी स्वस्थ रहने का बचन लिया।

इनसेट-इस पूरे कार्यक्रम के संयोजक की भूमिका में दिखे जेल अधीक्षक अनिल कुमार क्या कहते हैं।

कोरोनो काल के बाद इस बार शासन द्वारा रक्षाबंधन त्यौहार मानने की अनुमति दी गई है।
इस रक्षाबंधन त्यौहार पर जेल में आने वाली बहनों को आधा किलो मिठाई व रक्षासूत्र ले जाने की इजाजत दी गई।

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