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सुलतानपुर-घनश्याम तिवारी हत्याकांड पर बोले डिप्टी सीएम बृजेश पाठक। देवरिया की तर्ज पर सुल्तानपुर में भी होगी कार्यवाही।

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घनश्याम तिवारी हत्याकांड पर बोले डिप्टी सीएम बृजेश पाठक। देवरिया की तर्ज पर सुल्तानपुर में भी होगी हत्याकांड में लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई। डिप्टी सीएम के बयान से प्रशासनिक महकमे में मचा हड़कंप। बृजेश पाठक बोले सीएम योगी को कराएंगे सुल्तानपुर के प्रकरण से अवगत। चिकित्सा के परिवार जनों से मिले डिप्टी सीएम, पुष्प अर्चन करते हुए दी श्रद्धांजलि

सुलतानपुर-मीडिया पर दबाव बनाने के दिल्ली पुलिस के प्रयास का कांग्रेसियो ने जताया विरोध।

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सुलतानपुर अपडेट रिपोर्ट।

सुलतानपुर। डॉ घनश्याम तिवारी हत्याकांड में प्रकाश में आये आरोपी विजय नारायण सिंह की नाटकीय ढंग से गिरफ्तारी दिखाकर कोर्ट में किया गया पेश,प्रभारी सीजेएम ने आरोपी विजय नारायण की रिमांड स्वीकृत कर न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का दिया आदेश,करीब छह दिन पूर्व आरोपी विजय नारायण सिंह को राजस्थान से हिरासत में लेने की खबर आई थी सामने,फिलहाल कोतवाली नगर पुलिस ने उसके कई दिन बाद चार अक्टूबर की शाम करीब आठ बजे की पयागीपुर फोरलेन से गिरफ्तारी दिखाकर कोर्ट में किया पेश,पुलिस की कार्यशैली लगातार है सवालों के घेरे में

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वहीं घटना के करीब दो सप्ताह बाद भी पुलिस वांछित चल रहे मुख्य आरोपी अजय नारायण सिंह को नहीं कर सकी है गिरफ्तार,अजय नारायण के खिलाफ 82 दप्रसं की हो चुकी है कार्यवाही,50 हजार का ईनाम भी हुआ है घोषित,जल्द सरेंडर न करने अथवा गिरफ्तारी न होने पर अजय नारायण की सम्पत्ति होगी कुर्क,फिलहाल इन कार्यवाहियों को महज मानी जा रही खानापूर्ति,ऐसी कार्यवाहियों को करने के काफी समय बाद भी आज तक अधिवक्ता आजाद अहमद हत्याकांड के मुख्य आरोपी सिराज उर्फ पप्पू को कोतवाली देहात पुलिस नहीं कर सकी है गिरफ्तार,ठीक उसी तरह इस प्रकरण के मुख्य आरोपी अजय नारायण के प्रति भी पुलिस कर रही व्यवहार,मामले की तफ्तीश कर रहे नवागत कोतवाल श्रीराम पाण्डेय एवं एसओजी टीम प्रभारी उपेंद्र सिंह की भूमिका पर लगातार उठ रहा सवाल,इन जिम्मेदारो के सारे दांव-पेंच दिख रहे फेल,इन अफसरों के जरिये अपने दायित्वों से हटकर जान बूझकर आरोपियों को दिया जा रहा संरक्षण या फिर आरोपियों के दांव के आगे सचमुच है पुलिस बेवश,उठ रहे कई सवाल,पुलिस की ढुलमुल करतूत के चलते लगातार तूल पकड़ रहा मामला

हत्याकांड में अब तक मात्र मुख्य आरोपी अजय नारायण के पिता वृद्ध जगदीश नारायण सिंह एवं उसके चचेरे भाई विजय नारायण सिंह को भेज सकी है जेल,शेष आरोपियों को तफ्तीश प्रभावित करने का मिल रहा भरपूर मौका,धन-बल व राजनैतिक पहुँच से काफी मजबूत माना जाता है आरोपियों का परिवार,वहीं किन्ही परिस्थितियों में अभियोजन पक्ष से सामने आई कानूनी कमियों का भी आरोपी पक्ष को लाभ मिलने की जताई जा रही सम्भावना,शुरुआती दौर में सामने आये कई लोग स्वयं को बता रहे निर्दोष,उनके मुताबिक गलत तरीके से घटना में शामिल बताया जा रहा उनका नाम,अब तक सामने आई तमाम बातों एवं पुलिसिया कार्यवाही को केस की नजर से धरातल स्तर पर माना जा रहा कमजोर,इन सब कमियों का आरोपी पक्ष को मिल सकता है लाभ,आरोपियों की सही भूमिका एवं उनसे जुड़े सटीक साक्ष्य न जुटाने की वजह से ट्रायल के दौरान उठाना पड़ता है खामियाजा,अभी तक अन्य आरोपियों की भूमिका को पुलिस नहीं कर सकी स्पष्ट,अभियोजन की ऐसी ही कमियों का आरोपियों को मिल रहा लाभ,पुलिस भी ऐसी ही कमियों का फायदा उठाकर सामने लाये जा रहे नामो में शामिल आरोपियों को पहुँचा सकती है लाभ, इतने दिनों की तफ्तीश में कोतवाली नगर पुलिस मात्र चार लोगों की भूमिका को कर सकी है स्पष्ट,जिनमे जगदीश नारायण व विजय नारायण जा चुके है जेल और अजय नारायण चल रहा फरार घोषित एवं धनपतगंज थाना क्षेत्र स्थित मायंग के एक आरोपी का नाम प्रकाश में लाकर कर रही तफ्तीश

बीते 23 सितम्बर की शाम कोतवाली नगर क्षेत्र में डॉ घनश्याम तिवारी की हुई थी नृसंश हत्या,काफी पिटाई कर शरीर पर गम्भीर चोट पहुंचाने एवं उसके बाद ई-रिक्शा पर लदवाकर डॉक्टर के घर तक पहुँचाने की अति दुस्साहसिक वारदात को अंजाम देने की बात आई थी सामने,वारदात के बाद से जिले में है दहशत का माहौल,जिले के ऐसे अपराधयुक्त माहौल में कोई भी स्वयं को नहीं समझ रहा सुरक्षित,मृतक डॉक्टर की पत्नी निशा तिवारी ने अजय नारायण सिंह के खिलाफ नामजद व दो अज्ञात के खिलाफ दर्ज कराई थी एफआईआर,फिलहाल बाद में निशा तिवारी के जरिये अपने पति की हत्या की वजह से परेशान होने के दौरान पुलिस के जरिये स्वतः संज्ञान लेकर उनके हस्ताक्षर कराकर मुकदमा दर्ज करने की बात आई सामने, निशा तिवारी के वायरल तहरीर के मुताबिक उनके पति ने मृत्यु के पहले दिये बयान में अजय नारायण सिंह,चंदन नारायण सिंह,जगदीश नारायण सिंह,गिरीश नारायण सिंह व विजय नारायण सिंह एवं चार अज्ञात लोगों की घटना में बताई है संलिप्तता,भविष्य में सारा पुलिसिया खेल आएगा सामने,जिले के कई संगठन घटना के विरोध में लगातार उठा रहे आवाज

चिकित्सक हत्याकांड के मुख्य आरोपी अजय नरायन सिंह व उनके पिता जगदीश नरायन सिंह एवं चेचेरे भाई भाजपा युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष चंदन नारायण सिंह के खिलाफ लोक सम्पत्ति क्षति निवारण अधिनियम के अंतर्गत दर्ज हुआ है नया मुकदमा,नगर पालिका के कर अधीक्षक नगर पालिका सै.अख्तर मेहंदी आब्दी की तहरीर पर दर्ज हुआ है दो मुकदमा,आरोपी बाप-बेटे पर कर अधीक्षक ने नगरपालिका क्षेत्र स्थित सरकारी नवीन परती की करीब चार विस्वा भूमि एवं भाजयुमो जिला अध्यक्ष चंदन नारायण सिंह पर सरकारी रास्ते की करीब आधा विस्वा जमीन पर अवैध तरीक़े से कब्ज़ा करने का लगाया है आरोप,इसके अलावा कादीपुर क्षेत्र की रहने वाली सुनीता ने गिरीश नारायण सिंह समेत चार के खिलाफ रंगदारी सहित अन्य आरोपो में कोतवाली में दर्ज कराया है चौथा मुक़दमा,नारायणपुर गांव से जुड़े ऐसे मामले लगातार आ रहे सामने,डाक्टर हत्याकांड के बाद कइयों ने तोड़ी है चुप्पी, देखना है पुलिस-प्रशासन ईन मामलो में क्या खिलाता है गुल

रिपोर्ट-अंकुश यादव

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