सुलतानपुर जनपद के वरिष्ठ पत्रकार रामसुमिरन मिश्र की अंतिम लेखनी,जिले में बेसहारा पशुओं से किसानों की होने वाली समस्याओं का जल्द होगा समाधान-सीडीओ।
किसानों की समस्या नहीं बनेंगे बेसहारा पशु : अंकुर कौशिक
सुलतानपुर जनपद के वरिष्ठ पत्रकार रामसुमिरन मिश्र की अंतिम लेखनी।
सुलतानपुर।-सड़क दुर्घटनाओं का कारक बन रहे बेसहारा पशु अब बेसहारा नहीं रहेंगे और न ही किसानों के लिए परेशानी का सबब नहीं बनेंगे। जिले में बेसहारा पशुओं से किसानों की होने वाली समस्याओं के समाधान के लिए गोवंश संरक्षण की दिशा में बड़ा कदम उठाया जा रहा है। अब हर ग्राम पंचायतों में गोवंश आश्रय स्थल बनवाने की योजना को अमलीजामा पहनाया जा रहा है। जिन गांवों में बेसहारा पशुओं की अधिक होगी, पहले उन ग्राम पंचायतों में गोआश्रय स्थल बनवाए जाएंगे। ग्राम पंचायतों की जमीन पर मनरेगा योजना के तहत गौशालाओं का निर्माण कराया जाएगा। इस संवाददाता से बात करते हुए जिले के मुख्य विकास अधिकारी
मुख्य विकास अधिकारी अंकुर कौशिक ने बताया कि गोवंश संरक्षण अभियान के तहत बनने वाले गोवंश आश्रय स्थलों में पेयजल और चरही का निर्माण कराया गया है और जिन गोशालाओं में पशुओं के लिए चरही या अन्य सुविधाएं नहीं हैं, उन गोशालाओं में प्राथमिकता के आधार पर संसाधन बनाए जाएंगे। गौशालाओं में बाउंड्री के साथ ही गोवंशों के रखरखाव, उनकी देखरेख और उनके लिए चारा-पानी की माकूल व्यवस्था उपलब्ध कराई।
ग्राम पंचायतों में आदर्श गो आश्रय स्थलों के निर्माण की दिशा में कार्य योजना तैयार की जा रही है। उन्होंने बताया कि गौशालाओं में प्राकृतिक वातावरण होगा। मनरेगा, पंचायतीराज, वन व पेयजल विभाग के सहयोग से यहां चारा, पानी, चहारदीवारी, शेड, पशुओं के इलाज व मानव संसाधन सहित सभी तरह की आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। सभी तरह के गोवंश साथ-साथ रखे जाएंगे। गायों के दुग्ध व दुग्ध सह उत्पाद से गौशालाओं की आय बढ़ेगी। दूध से लेकर गोबर व गोमूत्र तक का उपयोग किया जाएगा। सीडीओ श्री कौशिक के अनुसार छुट्टा पशुओं के संरक्षण से संबंधित नई योजना से आमजन को जोड़ने का प्रयास होगा और आमजन की भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है ।यह जानकारी अंकुर कौशिक ने भेट मुलाकात के दौरन दी हैं।