अब सुलतानपुर जनपद में ड्रोन से खेतों में होगा नैनो उर्वरक व डीएपी का छिड़काव,जिला कृषि अधिकारी ने दी हैं जानकारी।
सुलतानपुर जनपद में कृषि क्षेत्र में नई क्रांति की शुरुआत हाेने जा रही है। अब जनपद में खेतों में खड़ी फसलों पर कीटनाशक रसायन और नैनो यूरिया साथ ही डीएपी का छिड़काव ड्रोन से कराया जाएगा।इस बात की जानकारी के.डी न्यूज़ से भेंटवार्ता के दौरान जिला कृषि अधिकारी सदानंद चौधरी ने देते हुए बताया कहा कि आप सब किसान भाइयों को जनपद में यदि कहीं खेतों के ऊपर ड्रोन उड़ता हुआ दिखाई दे तो समझ लीजिए कि वह खेतों में खड़ी फसलों पर खाद अथवा रसायनों का छिड़काव कर रहा है।
सदानंद चौधरी ने आगे बताया कि ड्रोन के जरिये फसलों में नैनो यूरिया, डीएपी व सागरिका का छिड़काव किया जाएगा। यह ड्रोन आधुनिक तकनीकों से लैस रहता हैं। यह जीपीएस प्रणाली से लैस है। ऑपरेटर एक जगह बैठकर पांच किमी तक के क्षेत्रफल में इसकी मदद से खाद का छिड़काव कर सकता है।
अब जनपद में ड्रोन से खेतों में होगा नैनो उर्वरक व डीएपी का छिड़काव,जिला कृषि अधिकारी ने दी जानकारी।
श्री चौधरी ने विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि भारत सरकार के रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय तथा कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के अधीनस्थ कार्य करते हुए इफ़को द्वारा भी ड्रोन तकनीक की जानकारी किसानों को दी जा रही है। आगे जानकारी देते हुए जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि ड्रोन तकनीक से छिड़काव से कई फायदे हैं। ड्रोन से खाद के छिड़काव से एक ओर जहां कम खाद की आवश्यकता होती है जिससे फसल उत्पादन की लागत कम होती है तो वहीं पैदावार अधिक होती है। ड्रोन से उर्वरक का छिड़काव करने से पौधे के पत्तों के ऊपरी और निचले हिस्से दोनों में स्प्रे होता है। इससे पौधों को ज्यादा मात्रा में पोषक तत्व मिलते हैं और पौधों की ग्रोथ परम्परागत खेती की तुलना में बेहतर होती है।ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि ड्रोन 15 मिनट में लगभग एक बीघा फसल पर उर्वरक का छिड़काव कर सकता है। मंगलवार को विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत सरैया विशेन गांव में जिला कृषि अधिकारी की अगुवाई में ड्रोन द्वारा नैनो उर्वरक का खेतों छिड़काव का डेमो किया गया।इस पूरे कार्यक्रम के बारे में जिला कृषि अधिकारी सदानन्द चौधरी ने जानकारी दी।