सुलतानपुर-विद्यार्थियों को आध्यात्मिक ढंग से पढ़ाई और परीक्षा की तैयारी को आचार्या प्रणति चैतन्य ने दिए टिप्स।
विद्यार्थियों को आध्यात्मिक ढंग से पढ़ाई और परीक्षा की तैयारी को आचार्या प्रणति चैतन्य ने दिए टिप्स
सुलतानपुर, 21 दिसम्बर। चिन्मय मिशन आश्रम गाजियाबाद की आचार्या परम पूज्य ब्रह्मचारिणी प्रणति चैतन्य ने आज सरस्वती विद्या मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, विवेकानंदनगर, सुलतानपुर के वंदना सभा में विद्यार्थियों को आध्यात्मिक ढंग से पढ़ाई और परीक्षा की तैयारी के टिप्स दिए।
विद्यालय की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की बालिकाओं से सीधा संवाद करते हुए आचार्या प्रणति चैतन्य ने कहाकि परीक्षाओं के नजदीक आने पर हम क्यों घबराते है और परीक्षा में पेपर सही नही कर पाते हैं। ऐसा इसलिए होता है कि हम अपनी तैयारी से नही रहते हैं। पढ़ाई और परीक्षा की तैयारी हमारी एकाग्रता न होने से नही हो पाती है। दुनिया में जो बहुत ऊंचे पद पर आसीन हैं वह उन्हे उपहार में नही मिले हैं बल्कि उनकी मेहनत का परिणाम होता है। आज हमें मनुष्य का शरीर मिला है तो वह पिछले जन्म की मेहनत का परिणाम हैं। जब इतनी मेहनत करके मनुष्य का शरीर मिला है तो थोड़ी सी और मेहनत कर लो बेहतर इंसान बन सकते हो।
उन्होंने कहाकि प्रतिदिन हम आत्मनिरीक्षण करें कि क्या आज हमें पढ़ाई में जितना मेहनत करना था उतना किया, नही किया तो क्यो और क्या वजह थी। यह सामने आता है कि आज मेरा मन नही लग रहा, मेरा मन मोबाइल, टीवी, खेलने में, मित्रों से बातचीत की ओर चुम्बक की तरह खींच रहा होता है। यह मोबाइल रूपी ब्रह्म राक्षस हमारी ऊर्जा और समय को खा रहा हैं। हमने दो घंटे पढ़ाई की और दस मिनट मोबाइल देख लिया तो वह सब खत्म कर देता हैं। ड्रग की तरह मोबाइल हमारे साथ काम कर रहा है।
मोबाइल, पढ़ाई में घबराहट और मेमोरी पावर मजबूत करने के लिए हमें ॐ की साधना करनी होगी। ॐ सभी देवताओं को पसंद हैं। इससे हम अपने मन को एकाग्र और मेमोरी पावर को मजबूत कर सकते हैं। इससे पढ़ाई और परीक्षाओं में हम घबराएगे नही, पढ़ाई याद रहेगी और पढ़ाई के प्रति रुचि बढ़ेगी।
इस अवसर पर प्रबंधक डॉ पवन कुमार सिंह ने परिचय कराया और धन्यवाद ज्ञापन आचार्या रंजना पांडेय ने व्यक्त किया। प्रधानाचार्य राकेश मणि त्रिपाठी ने सम्मानित किया। संचालन वरिष्ठ आचार्य राज नारायण शर्मा ने किया।
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