सुलतानपुर-के.एन.आई.टी. में आई.पी एस मिश्र द्वारा दिया गया एक मोटिवेशनल व्याख्यान।
के.एन.आई.टी. में आई.पी.एस. पुलिस अधीक्षक श्री ब्रजेश मिश्रा द्वारा दिया गया एक मोटिवेशनल व्याख्यान —
दिनांक 04.12.2023. को के.एन.आई.टी. के सी.एस.ए. हाल में नवागन्तुक प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं को पुलिस ट्रेनिंग स्कूल के एस.पी. आई.पी.एस. श्री ब्रजेश मिश्रा द्वारा अत्यंत उत्साहवर्धन व्याख्यान दिया गया। व्याख्यान का आरम्भ विद्या की देवी सरस्वती की प्रतिमा के समझ दीप दान से किया गया। कार्यक्रम का आरम्भ में संस्थान के निदेशक डा. राजीव कुमार उपाध्याय ने मुख्य अतिथि के रूप में श्री मिश्रा का स्वागत किया। पुलिस अधीक्षक श्री मिश्रा ने अपने आरम्भिक व्याख्यान में ही पारिवारिक शिक्षा के महत्व के विशेष श्रेणी में रखते हुये यह बताया कि पारिवारिक शिक्षा सफलता की वह कुंजी है जो कि सामाजिक उत्थान के साथ देश को भी साकारात्मक ऊर्जा प्रदान करती है। अपने व्यख्यान में उन्होंने तमिलनाडु निवासी गूगल के सी.ई.ओ. सुन्दर पिचाई के देश के प्रति योगदान का भी वर्णित किया। श्री मिश्रा ने संस्कृत के श्लोक “विद्या धनम् सर्व धनम् प्रधानम्” की व्याख्या करते हुये यह बताया कि विद्या रुपी धन न सबसे प्रधान धन होता है, जो बाँटने पर ही बढ़ता है और इसे न तो कोई चुरा सकता है न कोई हानि पहुँचा सकता है। उन्होंने आधुनिक समाज में तेजी से बढ़ रही कुरीति कुसंगति पर विशेष जोर देते हुये बताया कि peer group pressure अपने ही संघी-साथियों का एक ऐसा दबाव होता है जिसकी चकाचौंध में आज की युवा पीढ़ी अपना सबकुछ विनाश कर दे रही है जिससे उनका सम्पूर्ण जीवन निरर्थक हो रहा है, अतः युवाओं में ऐसी क्षमता होनी चाहिए जिससे वह कुसंगति की पहचान कर सके। उन्होंने यह भी बताया कि भगवान बुद्ध ने अपने उपदेश में यह ज्ञान दिया है कि हमें अंधकार से लड़ने की आवश्यकता नहीं होती है बल्कि एक दीपक जला देने मात्र से अंधकार स्वयं दूर हो जाता है। उन्होंने शिक्षा में अनुशासन के महत्व का विशेष उल्लेख किया। अपने व्याख्यान के अन्त में श्री मिश्रा ने बताया कि विज्ञान, नैतिकता और आध्यात्म तीनों का संगम ही कुशल जीवन का आधार है । कार्यक्रम के अन्त में छात्रों द्वारा कैरियर से सम्बंधित अनेकों प्रश्न पूछे गये जिसका निराकरण भी आई.पी.एस. श्री मिश्रा ने बखूबी करते हुये छात्र-छात्राओं एवं संकाय सदस्यों का मन मोह
लिया।
कार्यक्रम में संस्थान के छात्र छात्राओं के साथ साथ आर.ई.सी. प्रतापगढ़ के निदेशक डा. वाई.एन.सिंह एवं संस्थान के संकाय सदस्य भी उपस्थित रहे और कार्यक्रम को सराहा।
अन्त में डा. ए.के. मालवीय ने उन्हें धन्यवाद देकर कार्यक्रम का समापन किया।