अयोध्या मंडल की सबसे बड़ी गौशाला में बॉयो गैस प्लांट के माध्यम से बिजली बनना शुरू,डीपीआरओ ने दी जानकारी, देखे रिपोर्ट।
सुल्तानपुर जनपद में अब आने वाले कुछ समय मे गौशालाओं में बिजली कनेक्शन की जरूरत नही पड़ेगी,वहां खुद की बिजली होगी जिससे गौशाला में लगी चारा मशीन, वाटर पंप के साथ साथ परिसर बल्ब से रोशन रहेगा। अब सवाल उठ रहा है कि आखिर यह कैसे होगा।तो हम आप को बता दे कि।
बायोगैस प्लांट से गौशालाओं में विद्युत उत्पादन जनपद में हुआ शुरू, डीपीआरओ शुक्ल ने कहा की कई गांव भी होंगे रोशन,देखे रिपोर्ट।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार गोशालाओं में बायोगैस प्लांट के माध्यम से विद्दुत उत्पादन करने जा रही हैं।इस पायलट प्रोजेक्ट में प्रदेश में सभी जिलों के 117 गोशालाओं में यह योजना पिछले वर्ष अगस्त में शुरू की गई। इसमें सुल्तानपुर जिले की भी दो गोशालाओं का चयन किया गया जहां 2024 की जनवरी माह से बायोगैस प्लांट के माध्यम से बिजली का उत्पादन शुरू हो गया है।
इस बात की जानकारी एक भेंटवार्ता के दौरान डीपीआरओ अभिषेक शुक्ल ने के.डी न्यूज़ यूपी संवाददाता को दी।आगे जानकारी देते हुए श्री शुक्ल ने बताया कि यह योजना गांवों में साफ सफाई को बढ़ावा देने के साथ पशुओं से मिलने वाले अपशिष्ट यानी गोबर से ऊर्जा निर्माण के साथ-साथ ग्रामीणों की आय बढ़ाने की ओर कदम बड़ा दिया है।
यह दोनों प्लांट विकासखंड भदैया के सौराई व बल्दीराय के हलियापुर गोशाला में संचालित किए जा रहे हैं। दोनों इकाइयों में प्रतिदिन 4.5 किलोवाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है।आगे जानकारी देते हुए डीपीआरओ शुक्ल ने बताया कि दोनों इकाइयों को स्थापित करने की जिम्मेदारी आनंद बायो प्राइवेट लिमिटेड को दी गई थी। 250 स्वस्थ गोवंशीय पशुओं के गोबर से दोनों गोशालाओं की जरूरत पूरी हो जा रही हैं। सौराई में 417 व हलियापुर के में 787 पशुओं से गोबर धन मिल रहा है। इन पशुओं की संख्या को देखते हुए अधिक बिजली का उत्पादन किया जा सकता है,इस उत्पादित हो रही बिजली से गोशाला में लगे चारा मशीन, वाटर पंप के चलाने के साथ पूरा परिसर में प्रकाश की आवश्यकता पूरी हो रही है।
अभी एक वर्ष तक लगाने वाली एजेंसी पर ही उसके संचालन का दायित्व होगा। बाद में कंपनी ग्राम पंचायत से नामित व्यक्तियों को प्लांट के संचालन के लिए प्रशिक्षित करेगी। अंत में डीपीआरओ अभिषेक शुक्ल ने कहा कि अभी दो गौशालाओं का मॉडल के तौर पर बायोगैस प्लांट का संचालन शुरू किया गया है यहां से बेहतर रिपोर्ट मिलते ही जनपद और भी गौशालाओं में यह योजना शुरू की जाएगी।