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सुल्तानपुर- मण्डी सचिव पर भ्रष्टाचार के गम्भीर आरोप लगाकर कहा मैं हूं भारतीय सेना का सिपाही।

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राज्यपाल को पत्र लिख पूर्व सैनिक ने भेजा त्याग पत्र

मण्डी सचिव पर भ्रष्टाचार के गम्भीर आरोप लगाकर कहा मैं हूं भारतीय सेना का सिपाही

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सुल्तानपुर । देश से लेकर प्रदेश की सियासी तपिश में आज उस समय गर्माहट तब बढ़ गयी जब देश की सुरक्षा में तैनात रहने वाले भारतीय सेना के पूर्व सैनिक ने सुल्तानपुर कृषि उत्पादन मण्डी समिति के सचिव पर भ्रष्टाचार का ठिकरा फोड़ते हुए पूर्व सैनिक कल्याण निगम प्रयागराज से अनुमोदित होकर सुल्तानपुर मण्डी समिति अमहट में गार्ड के पद पर सेवारत रहने के दौरान भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर राज्यपाल व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत उच्चाधिकारियों को सम्बोधित पत्र लिखते हुए त्याग पत्र की पेशकश कर दी । पूर्व सैनिक द्वारा लगाए गए आरोपों की जानकारी होने के बाद प्रशासनिक अमले में हलचल मची हुई है , चूंकी सूबे के वज़ीर योगी आदित्यनाथ इन दिनों बीते लोकसभा चुनाव के परिणामों के बाद बेलगाम ब्यूरोक्रेसी के अफसरों पर लगाम लगाने की कवायद में कोई कोरकसर करते नजर नहीं दिख रहे हैं। बानगी के तौर पर देखा जाए तो इन दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यूपी पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर नजर बनाए हुए हैं चाहे बलिया में एडीजी की छापेमारी की बात हो या फिर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के गोमतीनगर में मनचलों की कारगुजारी पर पुलिस महकमे के खिलाफ सरकार के उठाए गए कदम ने बेलगाम ब्यूरोक्रेसी के साहबानों के चूले हिला कर रख दिए हैं ।
बताते चलें कि पूर्व सैनिक कल्याण निगम प्रयागराज द्वारा अनुमोदित भारतीय सेना से सेवानिवृत्त सैनिक संतोष कुमार दीक्षित ने आज उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल , मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत तमाम उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर सूबे में मुख्यमंत्री की जीरो टॉलरेंस नीति पर सुल्तानपुर कृषि उत्पादन मण्डी के सचिव रवीन्द्र कुमार वर्मा द्वारा भ्रष्टाचार व दोहन की कारगुजारी की पोल खोलते हुए त्याग पत्र की पेशकश कर दी । पूर्व सैनिक व मण्डी गार्ड संतोष द्वारा शासन व सरकार को सम्बोधित पत्र ने सुल्तानपुर जिले ही नहीं बल्कि प्रदेश में जीरो टॉलरेंस नीति की जमकर किरकिरी मचा रखी है तो वहीं दूसरी तरफ मण्डी सचिव रवीन्द्र कुमार वर्मा मीडियाकर्मियों से बचते नजर आ रहे हैं जब दूरभाष पर सम्पर्क करने की कोशिश की गयी तो फोन तक उठाना मुनासिब नहीं समझा, जबकि सरकार अधिकारियों को फोन तत्काल रिसीव करने के निर्देश जारी कर रखें है। पूर्व सैनिक व गार्ड संतोष कुमार दीक्षित की मानें तो 1 अगस्त 2024 को गार्ड मो० खुर्शीद व संतोष कुमार दीक्षित को मण्डी सचिव रवीन्द्र कुमार वर्मा ने मण्डी समिति अमहट में अवैध कब्जे को हटाने के निर्देश जारी किए थे, जब उक्त गार्डों के द्वारा अवैध कब्जे को कब्जा मुक्त कराया गया तो मण्डी सचिव रवीन्द्र कुमार वर्मा के कारखास व अराजक किस्म के लईया व उनके गुर्गों द्वारा मण्डी सचिव को नाजायज प्रलोभन देकर हमवार कर लिया गया और गार्ड संतोष कुमार दीक्षित पर अवैध कब्जे पर खामोशी साधने का दबाव मण्डी सचिव रवीन्द्र कुमार द्वारा अवैधानिक दबाव बनाया जाने लगा । जब पूर्व सैनिक व गार्ड ने आर्थिक प्रलोभन लेने से इंकार कर दिया तो मण्डी समिति के सचिव , बाबू अरविंद यादव व पंकज कुमार द्वारा कार्य सरकार में व्यवधान उत्पन्न किया जाने लगा , और उक्त लोगों के द्वारा मानसिक व विभिन्न प्रकार की यातनाएं दी जाने लगी । जिसके चलते मण्डी सचिव अमहट रवीन्द्र कुमार वर्मा की कारगुजारी से मानसिक व शारीरिक तौर पर काफी आहत होते हुए कार्य सरकार के हित में कार्य करते हुए 1 अगस्त 2024 तक अपनी सेवाएं मण्डी समिति अमहट में देते हुए 2 अगस्त 2024 को राज्यपाल व मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश को सम्बोधित पत्र लिखते हुए त्याग पत्र की पेशकश कर दी जिससे प्रशासनिक अमले में हलचल मच गयी है ।

सुल्तानपुर-‘काकोरी ट्रेन एक्शन की शताब्दी समारोह‘ व ‘‘हर घर तिरंगा‘‘ कार्यक्रम को लेकर सीडीओ द्वारा बैठक हुई आयोजित।

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