अफरातफरी मच गई जब बीच सड़क पर एक युवती अपने हाथों में बैनर लेकर बैठ गई धरने पर,आनन फानन में पहुँची पुलिस।
सुल्तानपुर एसपी ऑफिस गेट के सामने उस वक्त अफरातफरी मच गई जब बीच सड़क पर एक युवती अपने हाथों में बैनर लेकर धरने पर बैठ गई। सूचना मिलते ही कोतवाली नगर पुलिस के हाथ-पांव फूल गए और आनन फानन में पहुंच कर उसे वहां से उठने का प्रयास करने लगी।
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युवती का कहना है कि वह पति के साथ लिव एन रिलेशन शिप में रहती थी, जहां सुसरालियों ने उसे यातना दी और ससुराली पक्ष द्वारा धम्मौर पुलिस को अपने ओर कर 151 में चालान का भी आरोप लगा दिया। साथ ही यह भी आरोप लगाया कि जेल भेजवाने के बाद जेल में पिटवाया भी। हालांकि पुलिस युवती को महिला थाने पर भिजवाकर मामले की जांच की बात कह रहे हैं। गौरतलब हो कि इस पूरे मामले पर पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार प्रदर्शन कर रही महिला गाजीपुर के सैदपुर थाना अंतर्गत एक गांव की निवासी है। उसने एक फ़ौजी से शादी की थी, बाद में उसने मुकदमा कर दिया। जहां मामला कोर्ट में विचाराधीन है और उसे भरण पोषण मिल रहा है। इसके बाद महिला ने अयोध्या के एक सिपाही से फोन पर सम्बन्ध बनाया लेकिन जब उसे महिला की हकीकत मालूम हुई तो उसने सम्बन्ध विच्छेद कर लिया।इसके बाद महिला ने इंस्टाग्राम पर सुल्तानपुर के धम्मौर थाना अंतर्गत एक गांव के पंकज नाम के युवक से सम्पर्क किया। पंकज महिला को लेकर हरियाणा के फ़रीदाबाद में लिव एन रिलेशन शिप में रहने लगा लेकिन डेढ़ माह में ही महिला ने इतना तांडव मचाया कि एक दिन पंकज वहां महिला को छोड़कर भाग गया। तब उक्त महिला वहां से सामान लेकर धम्मौर उसके घर पर पहुंच गई। यहां वो रहने लगी। लेकिन आए दिन हंगामा करती और उत्पात मचाती।वो प्रेग्नेंट होने का झांसा देकर ब्लैकमेल करती। इससे तंग आकर परिवार वाले ताला बंद कर घर छोड़कर भाग गए तब महिला ताला तोड़कर घर में घुस गई। बीते दस सितंबर को एकाएक उसने परिवार वालों पर जहर देने का आरोप लगाया, जिस पर पुलिस ने एम्बुलेंस से उसे अस्पताल भिजवाया। जहां उसका आरोप झूठा निकला। इसके बाद पुलिस ने महिला व पंकज के माता पिता का 151 में चालान कर दिया, जहां जेल में भी महिला का तांडव सबने देखा। वो कपड़ा फाड़कर फंसाने और फांसी लगाने की धमकी देने लगी। वही महिला का आरोप है कि 151 की धारा में मुझे जेल भेजा, और जेल में पैसे देकर मुझे मरवाया। जेल में मुझसे काम करवाया जाता था, इस पर मैंने खाना खाने से मना कर दिया। जेलर ने मेरी बात सुनी और मेरी बेल कराई। मैं घर गई तो मेरे घर वालों ने मेरी बात नहीं सुनी। महिला ने कहा एक लड़का है वो मेरे साथ आठ महीने लिविंग में रहा है। मैं उसके घर पर रह रही थी और उसकी मम्मी ने मेरी मोबाइल छीन ली और मेरा सामान छीन लिया। मेरे को न्याय चाहिए।
इस मामले में जब मीडिया ने अपर पुलिस अधीक्षक अरुण चंद्र ने बात की तो उनका कहना था इस मामले की जांच करा रहे हैं। किसी निर्दोष के साथ ग़लत नहीं होगा।
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