कर्मकाण्डी ब्राह्मण समाज संवेदनाशील बनें
रिपोर्ट अद्वैत दशरथ तिवारी
प्रतापगढ़ । विकास खंड मानधाता के ग्राम पंचायत सराय राजा में स्थित कल्याणी देवी एवं बाबा कल्याणेश्वर धाम के प्रांगण मे कर्मकाण्डी ब्राह्मण महासभा एवं जांबाज हिनदुतानी सेवा समिति द्वारा सनातन धर्म सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें प्रयागराज एवं प्रतापगढ़ जनपद के प्रकांड विद्वानों एवं सनातन धर्म ब्रह्म समाज के पदाधिकारियों तथा सनातन धर्मावलंबियों को प्रशस्ति-पत्र, अंगवस्त्रम् प्रदान कर सम्मानित किया गया। जो अपने-आप में अनोखा एवं अद्वितीय रहा। इसके पर्व ब्रह्म समाज को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि कर्मकांडी ब्राह्मणों को संवेदनशील बनना होगा। नवग्रह वाटिका घर में लगाना होगा।ब्रहम समाज अपनी दिनचर्या,संध्यावंदन,यज्ञोपवीत, संस्कृत भाषा के पठन-पाठन आदि क्रियाओं का पालन करते हुए दूसरों को भी प्रेरित करें। केवल दूसरों को उपदेश देने से कुछ होने वाला नहीं है। समाज व राष्ट को नई दिशा देने का कार्य ब्रह्म समाज करें। अपने लिए कम समाज के लिए ज्यादा संवेदनशील होना पड़ेगा।सनातन धर्म की रक्षा, संवर्धन एवं पुनर्स्थापन हेतु किए गए अथक परिश्रम,सम्यक प्रयास एवं लोक सेवा के निमित्त समर्थित बहुमुखी व्यक्तित्व से सनातन समाज निरंतर लाभांवित हो रहा है। भारत की गौरवशाली सनातन संस्कृति एवं परम्पराओं का समाज में सद्वैव,प्रचार प्रसार करने में समाज आगे रहते हैं। उनकी कर्मठता, दृढ़ता, विनम्रता,सहजता,संकल्पशीलता एवं उदारता समाज के लिए अनुकरणीय है। जिसमें 101 ब्राह्मणों को सनातन धर्म रत्न से विभूषित किया गया।इस अवसर पर सूर्य नारायण तिवारी, विंदेश्वरी प्रसाद तिवारी, रीना तिवारी, सुश्री अखिलेश्वरी जी,आलोक आजाद, अजय क्रांतिकारी, माता बक्स मिश्रा, आलोक तिवारी,हरिकेश दुवे, राघवेन्द्र प्रकाश ओझा,ह्रदय नारायण तिवारी, हरिशंकर तिवारी, वैद्य एडी तिवारी,गंगा प्रसाद दुबे,ब्रृजेश कुमार, देवी प्रसाद तिवारी, जनार्दन द्विवेदी,राज कुमार शुक्ला, अरुण कुमार, अनुराग मिश्रा,अजब नारायण मिश्र,शम्भू नाथ मिश्र, आलोक तिवारी, अंजनी कुमार दुबे, पत्रकार अद्वैत दशरथ तिवारी, अवनीश कुमार मिश्र, राजेंद्र प्रसाद उपाध्याय,सज्जन कुमार विश्वकर्मा, गिरीश मिश्र, राधेश्याम द्विवेदी ,दुर्गेश मणि ,मयंक शुक्ला, प्रभाकर पाण्डेय ,जय प्रकाश, सूर्य नारायण शुक्ला,शिवा कांत दुबे सहित दस दर्जन ब्राह्मणों को सनातन धर्म रत्न से सम्मानित किया गया।