सीडीओ अतुल वत्स ने सीएमओ कार्यालय का किया आकस्मिक निरीक्षण,90 प्रतिशत कर्मचारी रहे गायब,हो सकती हैं बड़ी कार्यवाही,मचा हैं हड़कंप।
मुख्य विकास अधिकारी अतुल वत्स ने सीएमओ कार्यालय का किया आकस्मिक निरीक्षण,30 कर्मचारी नदारद।मलेरिया इन्स्पेक्टर मोबाइल फोन पर दिखे मस्त। आठ कर्मचारियों का वेतन अवरूद्ध। मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया जाता है कि उक्त का अनुपालन कर कराये अवगत।
आज दिनांक 18-03-2021 को पूर्वान्ह 10ः15 बजे मुख्य विकास अधिकारी द्वारा मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय, सुलतानपुर का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान कार्यालय की साफ-सफाई ठीक नहीं पायी गयी। निर्देशित किया गया कि कार्यालय की साफ-सफाई नियमित रूप से करायें।
मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय के मुख्य प्रवेश द्वार पर विद्युत के तार उखड़े हुये थे तथा विद्युत बाक्स खुले पड़े थे, जिसे तत्काल ठीक कराया जाना आवश्यक है। निर्देशित किया गया कि तत्काल इसे ठीक करायें।
उपस्थिति पंजिका का अवलोकन किया गया। इस कार्यालय में कुल 43 कर्मचारी कार्यरत है, जिसके सापेक्ष 30 कर्मचारी अनुपस्थित पाये गयेः-
- डाॅ0 राधा वल्लभ, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी,
- आनन्द कुमार सिंह, प्रशासनिक अधिकारी,
- सत्य नरायन, वरिष्ठ सहायक,
- अनिल कुमार दूबे, ए0आर0ओ0,
- ओम प्रकाश सिंह, ए0आर0ओ0,
- मोहम्मद अरशद खान, व0स0,
- डाॅ0 आदित्य कुमार दूबे, एम0ओ0सी0एच0,
- डाॅ0 आकर्ष शुक्ला,
- डाॅ0 अरशद आलम,
- डाॅ0 मीर अली,
- नितिन भरद्वाज, डी0डी0एम0,
- आजाद कुमार, डी0ई0ओ0,
- श्री कमलेश यादव, डी0पी0ए0,
- तौसीफ अहमद, आपरेटर,
- अमित कुमार सिंह, पी0एल0सी0,
- मनोज कुमार चैरसिया, डी0ई0ओ0,
- रजनीश मिश्रा, डी0ई0ओ0,
- उपासना सिंह, डी0ई0ओ0,
- श्रीमती शिल्पा तिवारी, डी0ई0ओ0,
- अमित यादव, डी0ई0ओ0,
- ओम प्रकाश तिवारी, च0श्रे0,
- दुर्गा प्रसाद गुप्ता, च0श्रे0।
इसके अतिरिक्त निम्नवत कर्मचारियों का नाम उपस्थिति पंजिका में उपस्थिति ही अंकित नही होती है, जो कार्यालय की घोर लापरवाही प्रदर्शित करती हैः- - बी0एन0 यादव, अवर अभियन्ता,
- अशोक कुमार सिंह, प्रधान सहायक,
- बृजेश कुमार वर्मा, क0स0,
- ओम जी शुक्ला, क0स0,
- रिंकु निषाद, स्टेनो,
- घनश्याम तिवारी, व0स0,
- डाॅ0 जय सिंह, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी (भण्डार),
- मनोज श्रीवास्तव, वित्त एवं लेखाधिकारी।
उपरोक्त समस्त अनुपस्थित कर्मचारियों का आज दिनांक 18-03-2021 का वेतन अवरूद्ध किया जाता है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया जाता है कि उक्त का अनुपालन कर अवगत करायें।
आकस्मिक अवकाश पंजिका का अवलोकन किया गया। इस पंजिका के अवलोकन से स्पष्ट है कि उक्त का रख-रखाव उचित नही है। केवल एक आकस्मिक अवकाश का प्रार्थना पत्र ओम जी शुक्ल का पंजिका में पाया गया, जिसे मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा स्वीकृत भी नहीं किया गया है। कार्यालय में लगभग 90 प्रतिशत कर्मचारियों का अनुपस्थित पाया जाना, इस प्रकार आकस्मिक अवकाश पंजिका का रख-रखाव किया जाना, घोर लापरवाही प्रदर्शित करती है और न ही मुख्य चिकित्साधिकारी या उनके वरिष्ठ अधिकारी द्वारा इस पंजिका को कभी अवलोकित किया गया है।
महामारी नियन्त्रण कक्ष का अवलोकन किया गया। इस कक्ष में उपस्थित मलेरिया इन्स्पेक्टर श्री रमेश चन्द्रा उपस्थित थे, जो शासकीय कार्य सम्पादित नही कर रहे थे, वरन् मोबाइल से वार्ता कर रहे थे और न ही इनके मेज पर कोई अभिलेख आदि रखे गये थे। इनसे पूछे जाने पर कि उनके द्वारा क्या कार्य सम्पादित किया जाता है, सन्तोषजनक उत्तर नही दिया जा सका। उक्त कक्ष की आलमारियों के ऊपर पुरानी कुर्सियां रखी गयी थी तथा इसी कक्ष में नीचे पुराने वैक्सीन के डिब्बे आदि रखे गये थे। निर्देशित किया गया कि समुचित साफ-सफाई कराते हुये शासकीय कार्य सम्पादित करें।
कमलेश यादव, डी0पी0ए0 कक्ष के अन्दर नये जन्म प्रमाण पत्र सम्बन्धी पंजिका का स्टाक रखा गया था। इनसे पूछने पर सम्बन्धित स्टाक पंजिका दिखाये, जिसमें यह पाया गया कि उक्त स्टाक पंजिका में यह पंजिका दिनांक 06-03-2021 को प्राप्त किया गया था, परन्तु उसे सम्बन्धित कार्यालय में प्रेषित नही किया गया है। निर्देशित किया गया कि शीघ्रातिशीघ्र प्रेषित करायें।
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