यूपी अयोध्या- एंटी रेबीज इंजेक्शन न होने से मरीजों को बैरंग होना पड़ा वापस
यूपी अयोध्या एंटी रेबीज इंजेक्शन न होने से मरीजों को बैरंग होना पड़ा वापस
रिपोर्ट मनोज तिवारी अयोध्या
जनपद का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बीकापुर अव्यवस्था का शिकार है प्रथम संदर्भन इकाई का दर्जा मिलने के बावजूद यहां जीवन रक्षक दवाओं का अकाल बना रहता है।गुरुवार को एंटी रेबीज का इंजेक्शन लगवाने आए करीब दो दर्जन लोगों को इंजेक्शन ना होने से काफी समय इंतजार के बाद बैरंग वापस होना पड़ा। मौके पर लोगों ने आक्रोश भी जताया तथा फोन से अधीक्षक और मुख्य चिकित्सा अधिकारी से शिकायत भी किया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बीकापुर में पर्याप्त मात्रा में एंटी रेबीज इंजेक्शन उपलब्ध ना होने के कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। तथा बाजार से महंगे दाम पर इंजेक्शन खरीदकर लगवाना पड़ता है।सीएचसी में एंटी रेबीज इंजेक्शन कम उपलब्ध होने के कारण सप्ताह में सिर्फ 2 दिन सोमवार और गुरुवार को एंटी रेबीज इंजेक्शन लगाने के लिए समय निर्धारित किया गया है।
गुरुवार को एंटी रेबीज इंजेक्शन लगाने का समय निर्धारित होने के कारण सुबह करीब 10 बजे इंजेक्शन लगवाने आए पूरे नंदा तिवारी निवासी पंकज मऊ निवासी अधिवक्ता जमुना प्रसाद यादव सहित 25 लोगों से अधिक पीड़ित एंटी रेबीज लगवाने गुरुवार सुबह अस्पताल पहुंचे थे। ठंड में कई लोग 15 किलोमीटर दूर से अस्पताल आए थे। जिसमें छोटे छोटे बच्चे और बुजुर्ग भी थे।
लोगों का कहना था कि अस्पताल में गुरुवार को इंजेक्शन लगाने के लिए बुलाया गया था। मौके पर मौजूद फार्मासिस्ट अनुराग मिश्रा द्वारा लोगों को समझा-बुझाकर वापस भेजा गया। बताया गया कि मौके पर इंजेक्शन समाप्त हो गया है। इंडेंट भेजा गया है।
उन्होंने लोगों को आश्वासन दिया कि शुक्रवार को इंजेक्शन आएगा शनिवार को लगाया जाएगा। उसके बाद लोगों का आक्रोश शांत हुआ और लोग वापस लौट गए।
इस संबंध में अधीक्षक राम मणि शुक्ला द्वारा बताया गया कि जिले से एंटी रेबीज इंजेक्शन और अन्य दवा इंडेंट भेजने और दवा लाने की जिम्मेदारी फार्मासिस्ट अनुराग मिश्रा की है जानकारी की जाएगी समय पर इंजेक्शन क्यों नहीं आया। इसके अलावा जिला मुख्यालय पर अधिक एंटी रेबीज इंजेक्शन की डिमांड की जाएगी जिससे लोगों को असुविधा ना होने पाए।
बता दें कि सीएचसी बीकापुर में सिर्फ गुरुवार और सोमवार को एंटी रेबीज इंजेक्शन लगाने के लिए समय निर्धारित किया गया है। बीच में आने वाले पीड़ितों को बैरंग वापस भेज दिया जाता है। जबकि सीएचसी बीकापुर में एंटी रेबीज इंजेक्शन लगवाने के लिए बीकापुर विकासखंड के अलावा अन्य विकास खंड क्षेत्र के भी लोग पहुंचते हैं।