भारत में निवेश का नया दौर: InvIT बांड, पूँजी व्यय में उछाल और FDI रुझान
निवेश अपडेट: भारत में ईन्वेस्टमेंट का हाल और आगे की दिशा
प्रमुख बिंदु
भारत में इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट्स (InvITs) अपने पहले बांड जारी करने जा रहे हैं — Oriental Infratrust ने करीब ₹8.3 अरब और IRB InvIT Fund ने करीब ₹18 अरब (कुल ~₹26 अरब) बांड के माध्यम से निवेश जुटाने का लक्ष्य रखा है।
निजी क्षेत्र की पूँजीगत व्यय (कैपेक्स) अगले वित्तीय वर्ष में 21.5 % बढ़ने की संभावना है, और यह ₹2.67 लाख करोड़ तक पहुँच सकती है।
विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (FDI) के मामले में भारत ने FY2024-25 में US$81.04 बिलियन का आंकड़ा छुआ। प्रमुख राज्य जैसे महाराष्ट्र, कर्नाटक, दिल्ली ने सबसे अधिक हिस्सेदारी ली है।
साथ ही, सरकार की नीतियाँ जैसे निवेश-उन्मुख प्रोत्साहन, पूँजीगत व्यय बढ़ाना, इंफ्रास्ट्रक्चर / पावर सेक्टर को आगे बढ़ाना आदि निवेश के माहौल को बेहतर बना रहे हैं।
क्या मतलब है आपके लिए
यदि आप निवेश करना चाह रहे हैं, तो इंफ्रास्ट्रक्चर, पावर, निर्माण एवं बड़े पैमाने पर पूँजी व्यय वाले सेक्टर ध्यान देने योग्य हो सकते हैं।
FDI और InvIT जैसे साधन विदेशी एवं घरेलू पूँजी के लिए आकर्षक विकल्प बनते जा रहे हैं — निवेशक विविध विकल्प तलाश सकते हैं।
हालांकि निवेश का माहौल सकारात्मक दिख रहा है, लेकिन मूल्यांकन, जोखिम, सेक्टर-चक्र (sector cycle) आदि पर भी ध्यान देना ज़रूरी है।
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