टीईटी और नॉन-टीईटी शिक्षक एकजुट, सुप्रीम कोर्ट फैसले के खिलाफ संघर्ष का ऐलान

0

टीईटी शिक्षक बोले – हम भी साथियों के संघर्ष में कंधे से कंधा मिलाकर तैयार

सुल्तानपुर।
सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले को लेकर शिक्षकों में व्याप्त असमंजस और चिंता के बीच टीईटी पास और नॉन-टीईटी शिक्षकों के बीच मतभेद की अटकलों पर विराम लग गया है। टीईटी शिक्षक प्रतिनिधिमंडल ने साफ किया है कि वे भी संघर्ष में अपने साथियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहेंगे।

रविवार को उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ सुल्तानपुर के जिला अध्यक्ष व मांडलिक मंत्री अयोध्या दिलीप कुमार पाण्डेय से टीईटी शिक्षकों का एक प्रतिनिधिमंडल मिला। जनपदीय प्रवक्ता निज़ाम खान ने बताया कि यह भ्रम फैलाया जा रहा था कि टीईटी पास शिक्षक सुप्रीम कोर्ट के फैसले से खुश हैं और नॉन-टीईटी शिक्षक अवसाद में हैं, जबकि वास्तविकता यह है कि दोनों वर्ग एकजुट हैं।

टीईटी उत्तीर्ण शिक्षक अनुपम द्विवेदी ने कहा,
“जब 25-30 वर्षों से सेवा देने वाले वरिष्ठ शिक्षकों के साथ यह दुर्दशा हो सकती है तो भविष्य में टीईटी पास शिक्षकों की सुरक्षा की भी कोई गारंटी नहीं। इसलिए हम यह सुनिश्चित करेंगे कि हमारी पीढ़ी इस अन्याय के खिलाफ संघर्ष करती रहे।”

उन्होंने आगे कहा कि टीईटी शिक्षक तन-मन-धन से आंदोलन में भागीदारी करेंगे।
“हमें इतिहास में गद्दार की उपाधि नहीं चाहिए। हम अपने शिक्षक परिवार के साथ मिलकर इस संग्राम को आगे बढ़ाएंगे और विजय प्राप्त करेंगे।”

इस अवसर पर संयुक्त मंत्री प्रशांत पाण्डेय ने कहा कि शिक्षकों को आपस में बांटने की राजनीतिक साज़िश सफल नहीं होगी।

कार्यक्रम में जिला उपाध्यक्ष विनोद यादव, राम बहादुर मिश्रा, धीरेंद्र राव, केदारनाथ दुबे, रवि तिवारी, शिवम मिश्रा, कमलेश मिश्रा, राहुल शुक्ला, अमित तिवारी, आशीष मिश्र, भारत यादव, पंकज यादव, राज बहादुर यादव, अरविंद शर्मा, मनोज द्विवेदी सहित कई शिक्षक मौजूद रहे।

#सुल्तानपुरन्यूज़

#टीईटीशिक्षक

#नॉनटीईटीशिक्षक

#सुप्रीमकोर्टफैसला

#प्राथमिकशिक्षकसंघ

#शिक्षकआंदोलन

#शिक्षकोंकासंघर्ष

सुल्तानपुर: 200 कुंतल राशन गबन मामले में कोर्ट ने तलब की कोटेदार की क्रिमिनल हिस्ट्री

Comments are closed.