टोटी पर राजनीति: केतकी ने मांगा हिसाब, अखिलेश ने ठोंकी टेबल, अवनीश पर कसा तंज
टोटी पर फिर राजनीति: केतकी ने मांगा हिसाब, अखिलेश ने ठोंकी टेबल, अवनीश पर कसा तंज
लखनऊ। यूपी की सियासत में जब-जब मुद्दे कम पड़ते हैं, टोटी सामने आ ही जाती है। भाजपा विधायक केतकी सिंह ने सपा मुखिया अखिलेश यादव से टोंटी चोरी का हिसाब मांग लिया तो बिसात पर फिर वही पुराना दांव खेला जाने लगा। जवाब में अखिलेश भी कम कहाँ थे—उन्होंने सीधे सीएम योगी के सलाहकार और पूर्व आईएएस अवनीश अवस्थी पर हमला बोलते हुए कहा, “ये टोटी वाली बात हम कभी भूलने वाले नहीं हैं।”
अखिलेश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “एक नामचीन अखबार ने इसका स्टिंग किया था। उसमें अवनीश अवस्थी और एक ओएसडी कौशिक का नाम आया था।” व्यंग्य कसते हुए बोले, “ओएसडी की हाइट डस्टबिन जितनी है। सरकार चाहे गंगाजल से हमारे घर को धो ले, लेकिन हम ये मामला भूले नहीं हैं।”
2017 की ‘टोंटी कथा’
दरअसल, 2017 में सत्ता बदलने के बाद मुख्यमंत्री आवास को गंगाजल से धुलवाया गया था। तब दावा किया गया कि आवास से टोंटियां तक गायब हैं। भाजपा ने उस समय अखिलेश यादव पर “टोंटी चोरी” का ठप्पा लगाया था। मामला इतना उछला कि ‘टोटी राजनीति’ यूपी की सियासत का स्थायी व्यंग्य बन गई।
सपा-भाजपा आमने-सामने
केतकी सिंह के बयान के बाद सपा कार्यकर्ताओं ने भाजपा विधायक के आवास पर हंगामा काटा और नोटिस भी थमा दिया। इधर भाजपा नेताओं के तेवर तल्ख हैं, उधर अखिलेश यादव बार-बार याद दिला रहे हैं कि असली स्टिंग में नाम किनका आया था।
व्यंग्य में सियासत
यूपी की राजनीति में सड़क, बिजली और रोजगार से ज्यादा चमक फिलहाल टोटी में दिख रही है। भाजपा इसे “अखिलेश की विरासत” बताकर तंज कस रही है, तो सपा इसे “अवस्थी-गाथा” बनाकर पलटवार कर रही है। नतीजा ये है कि जनता अब सोच रही है कि यूपी की असली समस्या टोंटी है या फिर टोंटी की राजनीति।
टोटी पर तकरार: सपा-भाजपा की सियासत में नल से निकली धार तेज़
“सियासत के बाजार में, मुद्दे हैं हज़ार, कभी टोंटी बिके यहाँ, कभी सपनों का व्यापार।”
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