- Advertisement -

बी पी सरोज को भाजपा प्रत्याशी घोषित करने से रोमांचक हुई मछली शहर लोक सभा सीट जौनपुर

0 364

बी पी सरोज को भाजपा प्रत्याशी घोषित करने से रोमांचक हुई मछली शहर लोक सभा सीट
जौनपुर रिपोर्ट मनीष पाठक

- Advertisement -


जौनपुर। जौनपुर के मछली शहर लोक सभा सीट पर 2014 मैं बसपा से प्रत्याशी रहे भी पी सरोज को भाजपा द्वारा प्रत्याशी बनाने से मछली शहर लोक सभा सीट पर लड़ाई काफी रोमांचक हो गई है। बसपा सपा गठबंधन में मछली शहर लोक सभा की सीट बसपा के खाते में गई है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने बसपा प्रत्याशी के रूप में टी राम को अपना प्रत्याशी घोषित किया है।
जो मछली शहर लोक सभा क्षेत्र के जलालपुर से संबंध रखते हैं। डी पी सरोज 2014 में सपा के लोकप्रिय प्रत्याशी रहे जो मोदी लहर ने भी दूसरे नंबर पर रहे थे। जबकि बसपा और सपा के बस वोट भी आंशिक रूप से भाजपा को मतदान किए थे। भाजपा ने वर्तमान सांसद रामचरित्र निषाद का टिकट काटकर भी पी सरोज पर अपना विश्वास जताया है। बी पी सरोज की सीधी टक्कर बसपा सपा के संयुक्त प्रत्याशी पीराम से होगी। बी पी सरोज की पकड़ बसपा के कैडर बेस वोटों के साथ साथ सपा के वोटरों में है। बी पी सरोज की प्रजाति पासी समाज की संख्या मछली शहर लोक सभा क्षेत्र में काफी संख्या है। वैसे सपा के पूर्व लोकप्रिय सांसद तूफानी सरोज की मछली शहर लोक सभा में अपने सो जाती वोटरों के साथ साथ स्वर्ण वोटरों में भी अच्छी खासी पकड़ है। किंतु दुर्भाग्य से यह सीट गठबंधन में बसपा के खाते में चली गई है। बसपा सेफ्टी राम और भाजपा से बसपा के ही पूर्व प्रत्याशी रहे बीपी सरोज के मैदान में आने से मछली शहर लोक सभा सीट की लड़ाई बढ़ गई है। कांग्रेस पार्टी का मछली शहर लोक सभा सीट में जनाधार ना होने के कारण मछली शहर लोक सभा सीट पर बसपा सपा गठबंधन और भाजपा अपना दल गठबंधन के बीच सीधी लड़ाई होगी। वैसे 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा प्रत्याशी पूर्व राज्य मंत्री जगदीश सोनकर मछली शहर विधानसभा से भाजपा की अनीता रावत को लगभग 4000 वोटो से अधिक अंतर से पराजित कर अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे थे। बाकी मछली शहर लोक सभा की अन्य 4 सीटों में से एक मरियाहू विधानसभा सीट पर अपना दल प्रत्यासी लीना तिवारी और अन्य सीट पर भाजपा ने कब्जा किया था। देखना दिलचस्प होगा की अपना दल और भाजपा का विधायक भाजपा प्रत्याशी को जीतने में कितनी भूमिका निभानी पड़ती है। क्योंकि इसी लोकसभा चुनाव में 2022 के विधानसभा चुनाव में उनका भविष्य जीता होगा। 2019 का लोकसभा चुनाव योगी सरकार और उनके विधायकों और मंत्रियों के लिए सेमीफाइनल चुनाव भी माना जा रहा है। एक बात तय है कि योगी और भाजपा नेतृत्व ने बसपा के पूर्व लोकप्रिय प्रत्याशी भी पी सरोज को मैदान में उतारकर बड़ी रणनीति का 64 चलकर बसपा सपा गठबंधन को मात देने की कोशिश की है। 23 मई को तय होगा कि भाजपा की रणनीति कितनी कामयाब हुई
पूर्वांचल में वाराणसी आजमगढ़ गोरखपुर की लड़ाई के बाद जौनपुर की मछली शहर लोक सभा सीट की लड़ाई बड़ी दिलचस्प हो गई है। मछली शहर की जनता किस के गले में विजय की माला पहन आती है इसके लिए 23 मई का इंतजार करना होगा।

- Advertisement -

Leave A Reply

Your email address will not be published.