- Advertisement -

सुलतानपुर जनपद में पोषण अभियान के अन्र्तगत 5वें पोषण पखवाड़ा का हुआ शुभारंभ।

0 72

जनपद में पोषण अभियान के अन्र्तगत 5वें पोषण पखवाड़ा का हुआ शुभारंभ।

  सुलतानपुर 20 मार्च/ जनपद में पोषण अभियान का आज प्रेरणा सभागार, विकास भवन, सुलतानपुर में शुभारंभ श्री विजय त्रिपाठी, जिला महामंत्री भारतीय जनता पार्टी व मुख्य विकास अधिकारी अंकुर कौशिक द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा बताया गया कि पोषण अभियान का शुभारम्भ मा0 प्रधानमंत्री जी द्वारा बच्चों और महिलाओं के पोषण स्तर में सुधार के लक्ष्य हेतु किया गया है। पोषण अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन के लिये जन आन्दोलन और सामुदायिक प्रोत्साहन आवश्यक है इस हेतु पोषण पखवाडे का फोकस बच्चों, किशोरी एवं महिलाओं में पोषण के स्तर में सुधार के उद्देश्य हेतु प्रत्येक वर्ष माह मार्च में सम्बन्धित विभागों के कन्र्वजेन्स से मनाया जाना है।
   पोषण जागरूकता हेतु जनआन्दोलन की गति को बनाये रखने हेतु भारत सरकार के निर्देश के क्रम में इस वर्ष भी 20 मार्च 2023 से 03 अप्रैल 2023 तक पोषण पखवाडा अयोजित किया गया है।  वर्ष 2023 अन्र्तराष्ट्रीय ‘‘Millet Year ‘‘ के रूप में मनाया जा रहा है जिसके क्रम में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा निर्गत समक्ष आगनबाडी एवं पोषण 2.0 के निर्देशों में ‘‘Millet Year ‘‘ (मोटा अनाज) के प्रयोग को बढ़ावा देने हेतु जनसामान्य को प्रोत्साहित एवं जागरूक किये जाने की अपेक्षा की गई है। पोषण पखवाड़ा मंे आयोजित स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा में 0 से 06 वर्ष आयु के बच्चों की लम्बाई/ऊंचाई तथा वजन लेते हुये पोषण टैªकर पर फीड कराया जायेगा। समुदाय को पोषण एवं स्वास्थ्य सम्बन्धी सुविधाएं प्रदान करने के लिये आगनबाडी केन्द्र एक महत्वपूर्ण इकाई है, जिसे सक्षम आगनबाडी केन्द्र के रूप में विकसित किया जाना आवश्यक है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा दिनांक 20 मार्च 2023 से 03 अप्रैल 2023 तक आयोजित पोषण पखवाड़ा हेतु निम्न तीन मुख्य थीम निर्धारित किया गया है-

‘‘Millet Year‘‘ (मोटा अनाज) के उपभोग हेतु प्रोत्साहन एवं जागरूकता
स्वस्थ बालक बालिका स्पर्धा का आयोजन
सक्षम आगनबाड़ी केन्द्रों को प्रोत्साहन
पोषण पखवाड़ा के अन्र्तगत ग्राम, विकास खण्ड व जनपद स्तर पर कन्वर्जेन्स विभागों के सहयोग से विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाना है। दिवसवार आयोजित गतिविधियों की फीडिंग भारत सरकार के जनआन्दोलन पोर्टल पर की जायेगी। इस हेतु पोषण पखवाडा के दौरान विभागों द्वारा विभिन्न गतिविधियों का आयोजन वृहद स्तर पर किया जाना है इस हेतु जिलाधिकारी महोदया द्वारा दिनांक 20 मार्च 2023 से 03 अप्रैल 2023 तक आयोजित की जाने वाली गतिविधियों को जनसमुदाय के साथ कराये जाने हेतु कार्ययोजना तैयार की गई है। जिसमें वजन दिवस, स्वस्थ बालक बालिका स्पर्धा, पोषण रैली,गृह भ्रमण, पोषण मेला, समुदाय आधारित गतिविधियां प्रभात फेरी, पौधारोपण, पोषण वाटिका महिला स्वयं सहायता समूहों की बैठकें आदि पोषण से सम्बन्धित कन्वर्जेन्स विभाग यथा,कृषि विभाग, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पंचायतीराज विभाग,खाद्य एवं रसद विभाग,शिक्षा विभाग, ग्राम्य विकास विभाग, युवा एवं खेल विभाग, आयुष विभाग, स्किल डेवलपमेंट, सूचना विभाग, समाज कल्याण विभाग,अल्पसंख्यक कल्याण आदि विभागांे द्वारा संयुक्त रूप से पखावाड़ा मंे प्रतिभाग किया जायेगा। श्री विजय त्रिपाठी, जिला महामंत्री जी द्वारा मोटे अनाज के सम्बन्ध में वहाॅ उपस्थित समस्त आगनबाडी कार्यत्रियों को बताया कि हमारे पूर्वज मोटे अनाज के खेती करते थे जिसमें सांवा, मटर, मक्का, ज्वार , बाजरा , चना आदि को शामिल करते थे सांवा गायब ही हो गया हैें वर्तमान मेें चने की ही खेती की जाती है जिस मात्रा में होनी चाहित उससे बहुत की कम है। हमारे पूर्वज 100 वर्ष से अधिक की आयु प्राप्त करते थे जो आज घट कर 50-60 ही रह गई है। इसलिये मोटे अनाज उगाने हेतु कृषकों को जागरूक करना पडेगा। मुख्य विकास अधिकारी महोदय ने बताया कि बचपन में हमारे दादा-दादी सभी बच्चों को मोटा अनाज दिन में एक बार अवश्य खाने को देते थे क्योंकि वे इसकी उपयोगिता व महत्व से भली-भाॅति परिचित थे। मोटे अनाजों के उत्पादन में खर्च कम आता है। ऊसर क्षेत्रों में ही अच्छा उत्पादन देते हैं।इन फसलों में बीमारियां भी कम लगती है। जिस कारण इनकी खेती में उर्वरकों की भी कम आवश्यकता पडती है साथ कम श्रम में ही मोटा अनाज उगाया जा सकता है सिंचाई की कम आवश्यकता होती है जिससे बिजली व पानी की बचत होती है ज्वार ग्लूटेन फ्री होता है और प्रोटीन का अच्छा स्रोत है मधुमेह के रोगियों के लिए यह बहुत अच्छा भोजन होता है और उनके लिए पोषण का अच्छा स्रोत भी है।
बाजरा रागी के बाद सर्वाधिक उपयोग किया जाने वाला मोटा अनाज है यह गर्मियों में ठंडक प्रदान करता है विटामिन बी सिक्स फोलिक एसिड आदि से भरपूर होता है यह खून की कमी अर्थात एनीमिया को कम करने में लाभदायक होता है। रागी रागी कैल्शियम का प्राकृतिक स्रोत है या बढती बच्चों की हड्डियों को मजबूत करने में मददगार होता है मधुमेह से पीड़ित लोगों के लिए उत्तम भोजन का कार्य करता है। सावांएक तरह का चावल माना जाता है यह फाइबर और लौहतत्व से भरपूर होता है यह एसिडिटी घटाता है पेट की कब्ज दूर करता है और एनिमिया को भी कम करता है।भारत मैं अधिकांश लोग इसे व्रत के रिहान में प्रयोग करते हैं इसलिए इसे व्रत का चावल भी कहते हैं। कोदो फाइबररिच मोटा अनाज है। यह घोंघे,पाइल्स,त्वेंबमं जैसी बीमारियों में फायदेमंद होता है। कुटकी एंटीऑक्सीडेंट्स का अच्छा स्रोतहोता है। इसमें मैग्नीशियम उपस्थित होता है।यह कॉलेस्ट्रॉलमें नियंत्रण करता है और हृदय को स्वस्थ रखता है। कुट्टू अस्थमा के रोगियों के लिए लाभदायक होता है इसमें उपस्थित अमीनो एसिड बालों को झडने से बचाते हैं । इस हेतु समस्त आगनबाडी कार्यत्रियों को निर्देशित किया कि पोषण पखवाडा की गतिविधियों को जनसमुदाय के बीच में आयोजित करायें साथ ही घर-घर जाकर मोटे अनाज को प्रतिदिन के भोजन में शामिल किये जाने हेतु प्रोत्साहित करें, मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा द्वारा बताया कि यदि आप बीमारी का बचाव कर लेते है तो वह बेहतर है, कृषि रक्षा अधिकारी, दीप चन्द्र चौरसिया ने मोटे अनाज (श्री अन्न) के सम्बन्ध में विस्तार से बताया। अन्त में मुख्य विकास अधिकारी द्वारा वहां उपस्थित सभी लोगों पोषण शपथ दिलाई गई।

- Advertisement -

- Advertisement -

शुभांरभ कार्यक्रम में मुख्य चिकित्साधिकारी, उपायुक्त एनआरएलएम, परियोजना निदेशक ग्राम्य विकास, कृषि रक्षा अधिकारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी शहर, दोस्तपुर व लम्भुआ तथा मुख्य सेविकाएं व आगनबाडी कार्यकत्रियां उपस्थित रहीं।

जिला सूचना कार्यालय सुलतानपुर द्वारा जनहित में प्रसारित।

Leave A Reply

Your email address will not be published.